कोरोना काल में तेज प्रताप का भजन वाला तंज, बोले- CM नीतीश जगाएं संघी ईंट से दबी अंतरात्मा

पटना। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prsad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) अपने निराले अंदाज के लिए जाने जाते हैं। काेरोना (CoronaVirus) संक्रमण काल में वे ट्विटर (Twitter) पर ऐसे ही नए अंदाज में नजर आए हैं
तेज प्रताप ने बांसुरी (Flute) पर भजन (Bhajan) बजाता अपना वीडियो (Video) पोस्ट किया है। साथ ही बिहार के बाहर फंसे बच्चों व कामगारों को लाने के लिए मुख्यमंत्री (CM) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से पहल की तंज भरी अपील की है। नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने लिखा है कि वे संघी ईंट से दबी अपनी अंतरात्मा (Inner Soul) काे जगाएं। इसके कुछ दिनों पहले वे नीतीश कुमार की सद्बुद्धि के लिए हवन-यज्ञ भी कर चुके हैं।
बांसुरी पर भजन बजा सीएम नीतीश पर किया तंज
तेज प्रताप ने अपने ट्वीट में प्रसिद्ध भजन ”वैष्णव जन तो तेने कहिए…” को बांसुरी पर बजाते वीडियो को ट्वीट (Tweet) किया है। साथ ही इसका अर्थ समझते हुए लिखा है कि सच्चा वैष्णव वही है, जो दूसरों की पीड़ा को समझता है। आगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना तेज प्रताप उनकी ओर इशारा करते हुए लिखते हैं कि वे संघी ईंट से दबी अपनी अंतरात्मा को जगाएं और राज्य के बाहर फंसे बालकों व गरीब मजदूरों की पीड़ा को समझने का प्रयत्न करें, उन्हें बिहार लाने का प्रबंध करें।
वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीड पराई जाणे रे..
– सच्चा वैष्णव वही है, जो दूसरों की पीड़ा को समझता हो।
अतः हे राजन, संघी ईंट से दबी हुई अंतरात्मा को जगाईए और उन बालकों का, उन गरीब मजदूरों का पीड़ा को समझने का प्रयत्न करें और उन्हें अपने राज्य बिहार लाने का प्रबंध करें।। pic.twitter.com/OWGcIledv0
वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीड पराई जाणे रे..
– सच्चा वैष्णव वही है, जो दूसरों की पीड़ा को समझता हो।अतः हे राजन, संघी ईंट से दबी हुई अंतरात्मा को जगाईए और उन बालकों का, उन गरीब मजदूरों का पीड़ा को समझने का प्रयत्न करें और उन्हें अपने राज्य बिहार लाने का प्रबंध करें।।
पहले कर चुके सद्बुद्धि के लिए हवन व यज्ञ
इस मामले में तेज प्रताप यादव पहले भी अपने अंदाज में अपनी बात रखते रहे हैं। बीते रविवार को उन्होंने नीतीश कुमार की सद्बुद्धि के लिए हवन व यज्ञ (Sadbuddhi Mahayagya) किया था। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि यज्ञ के कारण नीतीश कुमार को सद्बुद्धि आएगी और वे लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान बाहर फंसे बच्चों व कामगारों को वापस लाने के लिए तैयार हो जाएंगे।
लॉकडाउन में बाहर फंसे बच्चे व कामगार
विदित हो कि कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन में बड़ी संख्या में बिहार के कामगार व बच्चे राज्य के बाहर फंस गए हैं। उन्हें बिहार बुलाने की मांग जोर पकड़ रही है। आरजेडी उन्हें बुलाने के पक्ष में है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें बुलाने से नियमों का उल्लंघन होगा। इस मामले पर अब राजनीति तेज हो गई है।