ग्रुप से जुड़े सभी 21 सदस्यों की हुई पहचान, Instagram पर कर रहे थे रेप की प्लानिंग

नई दिल्लीः इंस्टाग्राम पर ब्वॉयज लॉकर रूम नाम से बनाए गए चैट ग्रुप में बलात्कार को बढ़ावा देने से जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग स्कूली छात्र को पकड़ा है। पकड़े गए छात्र का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है जिसकी जांच में पुलिस जुटी हुई है। इसके साथ ही इस ग्रुप से जुड़े लगभग सभी सदस्यों (21) की पहचान भी कर ली गई है।

#boyslockerroom नाम का एक हैशटैग करने लगा ट्रेंड
मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर ब्वॉयज लॉकर रूम #boyslockerroom नाम का एक हैशटैग तेजी से ट्रेंड करने लगा । ट्विटर पर इसे लेकर कम से कम हजारों ट्वीट किए जा चुके हैं। इन्स्टाग्राम पर भी लोग लगातार पोस्ट कर रहे हैं। मीटू इंडिया के आधिकारिक हैंडल से इसको लेकर लिखा गया, ’16-17 साल की उम्र के लड़के, महिलाओं और लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार की बात करते हैं। महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार के अपराध की शुरूआत ऐसे ही ब्वॉयज लॉकर रूम होती है।

क्या है मामला
दरअसल दिल्ली महिला आयोग (डब्ल्यूसी) ने एक ग्रुप द्वारा ‘‘नाबालिग लड़कियों पर आपत्तिजनक पोस्ट के लिए” सोशल नेटवर्किंग साइट के इस्तेमाल पर पुलिस और इंस्टाग्राम को नोटिस जारी किया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था कि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।

महिला आयोग ने कहा कि उसने इंस्टाग्राम और दिल्ली पुलिस को एक ऑनलाइन ग्रुप ‘बोइज लॉकर रूम’ के संबंध में नोटिस जारी किया है, जिसका इस्तेमाल कुछ लोग नाबालिग लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीरें साझा करने में और दुष्कर्म जैसी गैरकानूनी हरकतों पर चर्चा के लिए कर रहे हैं।






