ब्रेकिंग
बीवी ने इंस्टाग्राम पर ढूंढी पति के लिए गर्लफ्रेंड, शादी भी हुई फिर किया ऐसा हश्र, क्रिमिनल कपल का म... तिरंगा फहराकर या तिरंगे में लपेटकर… ऑपरेशन सिंदूर पर कर्नल सोफिया की बहन को याद आए विक्रम बत्रा शराब की सूचना पर पहुंची पुलिस पर गांव वालों ने किया हमला, फिर पुलिस ने महिलाओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा हैदराबाद के गुलजार हाउस के पास भीषण आग, 17 लोगों की मौत; कई घायल जल्द जारी होंगे 20 रुपये के नए नोट, RBI ने किया ऐलान PAK हाई कमीशन, इफ्तार पार्टी और सीक्रेट टॉक… ऐसे खुली ISI की स्लीपर सेल ज्योति की पोल हेरोइन और नशीली गोलियों के साथ एक महिला सहित 11 गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस गरीब परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, हादसे में 5 बेटियों के पिता को यूं खींच ले गई मौ'त पंजाब में शराब पीने से हुई मौतों के बाद स्कूलों और धार्मिक स्थालों को लेकर उठी ये मांग पंजाब के MA Students का Pakistan एजेंट से कनेक्शन! जांच में चौंकाने वाले खुलासे
खेल

MS Dhoni द्वारा सेट किए गए पैटर्न पर चलकर मिली सफलता, रवींद्र जडेजा ने किया खुलासा

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने तीसरे वनडे मैच में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 50 गेंदों पर नाबाद 66 रन की पारी खेली थी और हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए नाबाद 150 रन की साझेदारी की थी। हार्दिक ने भी इस मैच में नाबाद 92 रन बनाए और जडेजा के साथ मिलकर टीम के स्कोर को 302 तक पहुंचाया। इन दोनों की शानदार पारी के दम पर ही टीम इंडिया को आखिरी वनडे मैच में जीत हासिल हुई।

तीसरे वनडे मुकाबले के बाद रवींद्र जडेजा ने बताया कि, एम एस धौनी की वजह से ही वो सीमिति ओवरों के प्रारूप में इस तरह की बल्लेबाजी करने में सक्षम हुए हैं। एक इंटरव्यू के दौरान सहवाग ने जडेजा से पूछा कि क्या वो धौनी की तरह बल्लेबाजी करने की कोशिश कर रहे थे तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, माही भाई ने भारत और चेन्नई के लिए लंबे समय तक खेला है और उन्होंने एक पैटर्न सेट किया। वो किसी भी बल्लेबाज के साथ बल्लेबाजी कर रहे हों पहले उनके साथ पार्टनरशिप बिल्ड करने की कोशिश करते थे और फिर लंबे और बड़े शॉट्स खेलने की कोशिश करते थे।

रवींद्र जडेजा आइपीएल में भी चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं और बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने बताया कि एम एस हमेशा उन्हें सलाह देते थे कि, मैच को हमेशा आखिरी तक ले जाओ और फिर डेथ ओवर्स में गेंदबाजों पर अटैक करो। मैंने धौनी को ऐसी स्थिति में कई बार बल्लेबाजी करते देखा है और उनके साथ खेल भी चुका हू्ं। वो मुझसे हमेशा कहते थे कि मैच को अंत तक ले जाओ और फिर आखिरी के चार या पांच ओवर में काफी रन आ सकते हैं। तीसरे वनडे में भी कुछ ऐसी ही स्थिति थी और हमने कोशिश की। हम दोनों मैच के दौरान यही बात कर रहे थे कि हम आखिरी के चार-पांच ओवर में चांस ले सकते हैं।

Related Articles

Back to top button