अमरनाथ यात्रा: कम ऑक्सीजन से बिगड़ी 15 यात्रियों की तबीयत, ITBP जवानों ने की मदद

श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में 4694 यात्रियों का नया जत्था ‘बम-बम भोले’ के उद्घोष के साथ विभिन्न आधार शिविरों से बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हुआ। इसी बीच गुफा की चढ़ाई चढ़ते दौरान 15 यात्रियों की तबीयत खराब हो गई। ऑक्सीजन कम होने के कारण यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। यात्रियों की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए वहां तैनात इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने उनकी मदद की। आईटीबीपी जवानों ने तुरंत यात्रियों को ऑक्सीजन लगाया और उन्हें कैंप में ही रोक लिया।
बता दें कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए आईटीबीपी ने अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बालटाल बेस कैंप से लेकर पवित्र गुफा तक पांच हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया है। तैनात जवानों के बेसिक पैरा मेडिकल की ट्रेनिंग दी गई है ताकि जरूरत पड़ने पर वे यात्रियों की हरसंभव मदद कर सकें। यात्रियों की सुविधा के लिए जवानों को मेडिकल किट और ऑक्सीजन सिलिंडर भी दिया गया है। वहीं मंगलवार को एक श्रद्धालु की पहलगाम के रास्त पर दर्शनों पर जाते समय दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मृतक की पहचान कृष्ण के रूप में हुई है जो उत्तर प्रदेश के मेरठ का रहने वाला था।
20 हजार श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन
बुधवार सुबह जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुए जत्थे में 412 महिलाओं, नौ बच्चों और 44 साधुओं समेत 2642 यात्री पहलगाम मार्ग तथा 379 महिलाओं और 23 साधु-साध्वियों सहित 2052 यात्री बालटाल मार्ग के लिए बसों और अन्य छोटे वाहनों से रवाना हुए। आधार शिविर से यात्रियों के कुल 142 वाहन रवाना हुए। उन्होंने बताया कि महिलाओं और साधुओं समेत 4500 तीर्थयात्रियों का नया जत्था नुनवान पहलगाम शिविर से चंदनवाड़ी के लिए रवाना हुआ। इसके अलावा 7000 यात्री बालटाल आधार शिविर से रवाना हुए। इस बीच विभिन्न स्थानों पर रात्रि विश्राम के लिए रुके यात्री भी आगे बढ़ने लगे हैं। उन्होंने बताया कि दोनों तरफ से हेलिकॉप्टर सेवा भी सामान्य रूप से जारी है। पहले दो दिन में लगभग 20 हजार लोगों ने हिम शिवलिंग के दर्शन किए। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर रुके लगभग 5000 यात्रियों ने भी आज सुबह दर्शन किए।
बारिश के आसार
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि आज शाम के समय बालटाल-पवित्र गुफा, पहलगाम-पवित्र गुफा के आसपास हल्की बारिश की संभावना है। हालांकि बारिश के आसार ज्यादा नहीं हैं। 1 जुलाई से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा 45 दिनों तक चलेगी और 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ संपन्न होगी।