ब्रेकिंग
यमुना को निर्मल बनाने, नालों की सफाई… दिल्ली जल बोर्ड करोड़ों रुपये की परियोजनाओं पर खुद लेगा निर्णय... जब अधिकारियों ने उठाई नरसिंह भगवान की फोटो… पीछे मिला लाखों का गांजा, जानें रेड की पूरी कहानी मुझे उम्मीद है कि मैं 30-40 साल तक और जीवित रहूंगा… दलाई लामा ने उत्तराधिकारी विवाद पर लगाया विराम ‘आदिवासी महिलाएं टैक्सपेयर बन रहीं…’ केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम बोले- ऐसे प्रयासों से विकसित भारत को ... ऑपरेशन सिंदूर से लेकर जनगणना 2027 तक…जानिए कौन हैं सुमिता मिश्रा, जिन्हें सरकार ने दी बड़ी जिम्मेदार... मथुरा छोड़कर चले जाएं… हेमा मालिनी के बयान पर BJP नेता ने कसा तंज, बोले- बाहर के लोग बाहर जाएं क्या पहले ही लिखी जा चुकी थी सिवान ट्रिपल मर्डर की स्क्रिप्ट? आक्रोशित ग्रामीणों ने फूंका आरोपी का घ... कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानदारों को अपनी पहचान नहीं करनी होगी सार्वजनिक, QR कोड में छिपी होगी हर जा... शराब की जगह बोतल में पानी मिलाकर बेचते थे, गाजीपुर में कैसे हुआ फर्जीवाड़ा? दो अरेस्ट किसी कीमत पर छोड़ा न जाए… पटना में बिजनेसमैन की हत्या पर पुलिस से बोले सीएम नीतीश
देश

मरने के बाद भी परेशानी का सबब बना बुरहान वानी, घाटी में मंडराया खतरा

जम्मू: तीन साल पहले सुरक्षाबलों के हाथों मुठभेड़ में मारा गया खूंखार आतंकी बुरहान वानी अभी भी सरकार के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। आज जम्मी कश्मीर में अलगाववादियों ने बंद का आह्वान किया है। 8 जुलाई को बुरहान वानी की तीसरी बरसी है। इस मौके पर आतंकी संगठन कश्मीर में किसी बड़े आतंकी हमले की योजना बन रहे हैं। खुफिया विभाग ने इनपुट दिया है कि आतंकी संगठन पुलवामा में एक बार फिर से बड़ी वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे हैं। कश्मीर को अशांत करने के लिए सीमापार नए सिरे से प्लानिंग की गई है।

इस प्लानिंग को अंजाम तक पहुंचाने के लिए पाकिस्तान से आतंकी घुसपैठ कराए गए हैं। बताया जा रहा है कि 6-8 आतंकी कश्मीर में घुसपैठ कर चुके हैं। खुफिया सूत्र बताते हैं कि पाक आतंकी नैशनल हाइवे पर आई.ई.डी या स्नाइपर गन से सुरक्षाबलों को निशाना बना सकते हैं। सुरक्षाबलों ने इस बात का पता लगाया है कि 06-08 पाक आतंकी हमले की योजना बना रहे हैं। आतंकियों के इस समूह में स्नाइपर एक्सपर्ट भी शामिल हैं। साथ ही कश्मीर में रहने के लिए इन आतंकियों ने अपने नाम भी बदल लिए हैं।

सूत्रों का कहना है कि भारत में दाखिल हुए इन आतंकियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वह 8 जुलाई को या उसके आसपास की तारीख को बड़ी वारदात को अंजाम दें ताकि कश्मीर में आतंक की आग को दोबारा भड़काया जा सके। आतंकी हमेशा चाहते हैं कि बुरहान वानी को युवाओं के बीच जिंदा रखने के लिए 8 जुलाई के आसपास बड़ी वारदात को अंजाम देने की कोशिश करते हैं। खबरों की मानें तो खूफिया एजेंसी से हमले जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबल भी चौकन्ने हो गए हैं और हमले से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।

 बता दें कि 8 जुलाई 2016 को सुरक्षाबलों ने एक लंबी मुठभेड़ के बाद हिजबुल मुजाहिदीन के स्थानीय कमांडर बुरहान वानी को मार गिराया था। इस कमांडर पर 10 लाख रुपए का ईनाम था। 22 साल का बुरहान मरने के बाद कश्मीरी आतंकवाद का नया चेहरा बन गया। उसकी मौत को सुरक्षाबल बड़ी कामयाबी मान रहे थे परंतु उसकी मौत के बाद कई दिनों तक कश्मीर घाटी में हालात खारब रहे थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button