प्रदेशभर के कलेक्टरों की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 21 को लेंगे क्लास

बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब 21 अक्टूबर को प्रदेशभर के कलेक्टरों की क्लास लेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस सम्बंध में कलेक्टरों को पत्र जारी कर दिया है। गुरुवार को इस आशय का पत्र कलेटोरेट पहुंच गया है। शासन से मिली चिट्ठी के बाद प्रशासनिक हलचल बढ़ गई है। कलेक्टर कांफ्रेस की तैज़रियों में अब प्रशानिक अमल जुटेगा। केंद्र व राज्य शासन की फ्लैगशिप योजनाओं पर फोकस भी करेंगे।
सीएम इन योजनाओं पर करेंगे फोकस
लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत प्राप्त प्रकरणों के निराकरण, राजस्व विभाग के अंतर्गत नामांतरण, सीमांकन, बटांकन के प्रकरणों के सम्बंध में जसनकारी लेंगे। इसके अलावात खरीफ वर्ष 2021 के तहत गाव गाव में किये जा रहे गिरदावरी कार्य , नजूल भूमि के व्यवस्थापन, आबंटन, नजूल एवं आबादी भूमि फ्री होल्ड के क्रियान्वयन की जानकारी लेंगे।
न्याय योजना के पंजीयन पर रहेगी नजर
राज्य शासन की अति महत्वाकांक्षी योजनाराजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के क्रियान्वयन पर सीएम व शासन के आला अधिकारियों मि नजर रहेगी। इसके अलावा
स्वामी आत्मानंद स्कूलों के संचालन, अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति मि जानकारी लेंगे।
एक और न्याय योजना पर रहेगी नजर
कांफ्रेस के गोठानों के निर्माण, गोठानों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क तथा चारागाह निर्माण की प्रगति, गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर खरीदी,गोठनो में बनाये जा रहे खाद व खाद के बिक्री की जानकारी लेंगे। दो महत्वपूर्ण विषयों राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अलावा नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना की समीक्षा करेंगे।
कलेक्टर ने एक को ली थी तैयारी बैठक
पूर्व के निर्देशों के मद्देनजर एक अक्टूबर को कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर ने कलेक्टर काॅन्फ्रेंस की तैयारी के संबंध में विभिन्न विभागों की बैठक लेकर एजेंडा अनुसार योजनाओं की समीक्षा की थी। इस दौरान लोक सेवा गांरटी अंतर्गत प्राप्त प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा, राजस्व विभाग अंतर्गत नामाकरण बंटवारा, सीमांकन के प्रकरण तथा खरीफ 2021 के अंतर्गत गिरदावरी कार्य की प्रगति की समीक्षा की थी। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना, कोविड 19 की संभावित आगामी लहर से निपटने की तैयारी, हाट बाजार क्लिनिक योजना, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना एवं जल जीवन मिशन के कार्याें पर फोकस किया गया था।