BCCI ने बैन किया तो पृथ्वी शॉ हो गए इमोशनल, कहा- मैनें अनजाने में किया, साथी खिलाड़ियों को दी ये नसीहत

नई दिल्ली : युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के लिए पिछले कुछ महीने अच्छे नहीं रहे हैं। पहले उन्हें आस्ट्रेलिया दौरे की शुरूआत में ही चोट के कारण पूरे दौरे से बाहर होना पड़ा। अब शॉ डोपिंग के नियमों के उल्लंघन में फंस गए हैं। जिसके चलते बीसीसीआई ने शॉ को 8 महीने के लिए 15 नवंबर तक सस्पेंड कर दिया है। इसके बाद पृथ्वी शॉ ने एक बयान जारी कर कहा, ‘बीसीसीआई द्वारा निलंबित किए जाने से वे निराश हैं, लेकिन वह अपने किए की पूरी जिम्मेदारी लेने को भी तैयार हैं। शॉ ने कहा, ‘‘मुझे आज पता चला कि मैं नवंबर-2019 तक क्रिकेट नहीं खेल पाऊंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह इसलिए हुआ क्योंकि मैंने खांसी की दवाई ली थी जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ मिला हुआ था जिसके बारे में मुझे जानकारी नहीं थी। मैंने यह दवाई इंदौर में फरवरी 2019 में सैयद मुश्ताक अली ट्राफी खेलने के दौरान ली थी।’’ इस युवा बल्लेबाज ने कहा, ‘‘मैं उस समय अपने पैर की चोट से वापसी कर चुका था जो मुझे आस्ट्रेलिया दौरे पर लगी थी।
मैं इससे मजबूती से वापसी करूंगा।’’ बोर्ड ने कहा कि शॉ ने अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन किया जो आमतौर पर खांसी की दवा में पाया जाता है। बीसीसीआई ने बयान में कहा, ‘‘बीसीसीआई के डोपिंग रोधी कार्यक्रम के तहत शॉ ने 22 फरवरी, 2019 को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान अपना मूत्र सैम्पल दिया था। उनके सैम्पल की जांच हुई जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ टबरूटालाइन के अंश पाए गए थे। यह पदार्थ वाडा के प्रतिबंधित पदार्थ की सूची में शामिल है।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘16 जुलाई, 2019 को शॉ को बीसीसीआई के डोपिंग रोधी नियमों (एडीआर) के अनुच्छेद 2.1 के अंतर्गत डोपिंग रोधी नियम उल्लंघन (एडीआरवी) का दोषी पाया गया और उन्हें आरोप की जांच होने तक अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किया गया।