ब्रेकिंग
यमुना को निर्मल बनाने, नालों की सफाई… दिल्ली जल बोर्ड करोड़ों रुपये की परियोजनाओं पर खुद लेगा निर्णय... जब अधिकारियों ने उठाई नरसिंह भगवान की फोटो… पीछे मिला लाखों का गांजा, जानें रेड की पूरी कहानी मुझे उम्मीद है कि मैं 30-40 साल तक और जीवित रहूंगा… दलाई लामा ने उत्तराधिकारी विवाद पर लगाया विराम ‘आदिवासी महिलाएं टैक्सपेयर बन रहीं…’ केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम बोले- ऐसे प्रयासों से विकसित भारत को ... ऑपरेशन सिंदूर से लेकर जनगणना 2027 तक…जानिए कौन हैं सुमिता मिश्रा, जिन्हें सरकार ने दी बड़ी जिम्मेदार... मथुरा छोड़कर चले जाएं… हेमा मालिनी के बयान पर BJP नेता ने कसा तंज, बोले- बाहर के लोग बाहर जाएं क्या पहले ही लिखी जा चुकी थी सिवान ट्रिपल मर्डर की स्क्रिप्ट? आक्रोशित ग्रामीणों ने फूंका आरोपी का घ... कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानदारों को अपनी पहचान नहीं करनी होगी सार्वजनिक, QR कोड में छिपी होगी हर जा... शराब की जगह बोतल में पानी मिलाकर बेचते थे, गाजीपुर में कैसे हुआ फर्जीवाड़ा? दो अरेस्ट किसी कीमत पर छोड़ा न जाए… पटना में बिजनेसमैन की हत्या पर पुलिस से बोले सीएम नीतीश
देश

लखनऊः उन्नाव बलात्कार मामले के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को बीजेपी द्वारा पार्टी से निकाले जाने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि आखिरकार सत्तारूढ़ पार्टी ने मान लिया कि उसने एक ‘अपराधी’ को ताकत दे रखी थी। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय की आभारी हूं कि उसने उत्तर प्रदेश में ‘जंगलराज’ का संज्ञान लिया।” उन्होंने कहा, ‘‘इस बीच, भाजपा ने आखिरकार मान लिया कि उसने एक अपराधी को ताकत दी थी और खुद को सही करने एवं एक युवती के लिए न्याय की दिशा में बढ़ने के लिए कुछ कदम उठाया।” गौरतलब है कि विभिन्न वर्गों के व्यापक आक्रोश और विपक्षी दलों की तीखी आलोचना के बीच बीजेपी ने गुरुवार को सेंगर को पार्टी से निकाल दिया। रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने गत रविवार को बलात्कार पीड़िता की कार को टक्कर मार दी थी। हादसे में पीड़िता के परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई। पीड़िता और उनका वकील गंभीर रूप से घायल हैं। उनका लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। पीड़िता के परिजन ने इस घटना को परिवार को खत्म करने की एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा बताया है।

कर्नाटक की सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा एक्शन में दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री बी  ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को विलंब से कार्यालय आने की शिकायतों के संदर्भ में चेतावनी दी है।

येदियुरप्पा ने वीरवार को विधानसभा का आकस्मिक निरीक्षण किया। वह पूर्वाह्न 10.00 बजे विधानसभा भवन की पहली मंजिल पर आवक-जावक शाखा पहुंचे और वहां कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी सीटों में गैर-हाजिर पाया। बाद में उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि सरकारी अधिकारी और कर्मचारी समय पर अपने कार्यालय आयें और विलंब से आने वालों पर कारर्वाई करें। मैं आलसी कर्मचारी नहीं चाहता, जिनके कारण सरकार की छवि खराब हो।

येदियुरप्पा ने पुन: सत्ता में आने के एक सप्ताह के भीतर बहुत से कदम उठाये हैं और अब प्रशासनिक अमले को कड़े निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अभी अकेले ही अपने पद की शपथ ली है और राज्य मंत्रिमंडल का गठन फिलहाल नहीं किया गया है, हालांकि वह सरकारी कार्यों में काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button