फोटो और वीडियो में देखें घाटी के ताजा हालात, कर्फ्यू जैसे हालात

नई दिल्ली। कश्मीर मुद्दे को लेकर पिछले कुछ दिनों से राजनीति गर्म है। कश्मीर में पैरामिलिट्री फोर्स (अर्धसैनिक बल) बढ़ाने के बाद से तनाव जैसे हालात हैं। 24 घंटे पहले तक स्थानीय लोग किसी बड़ी अनहोनी की आशंका में पेट्रोल, गैस और राशन जुटाने में लगे हुए थे। इन 24 घंटों में घाटी के हालात तेजी से बदले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को उनके घरों में नजरबंद कर लिया गया है। राज्य के कुछ संवेदनशील इलाकों में धारा-144 लागू कर दी गई है। इसके बाद से घाटी में कर्फ्यू जैसे हालात हैं।
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल मुस्तैद है। इससे राज्य को लेकर किसी बड़े कदम की आशंकाओं ने और तेजी पकड़ ली है। घाटी में अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। कश्मीर मुद्दे को लेकर सुबह साढ़े नौ बजे पीएम आवास पर कैबिनेट की एक अहम बैठक भी हुई थी। इसमें फैसला लिया गया कि गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर मुद्दे को लेकर पहले राज्यसभा और फिर लोकसभा को संबोधित करेंगे। उधर विपक्ष भी कश्मीर मुद्दे को लेकर संसद में सरकार को घेरने के लिए सुबह से रणनीति बना रहा है। तमाम विपक्षी पार्टियों ने संसद के दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस भी दिया था। फोटो और वीडियो में देखें- कश्मीर मुद्दे को लेकर दिल्ली से घाटी तक का माहौल…
श्रीनगर में रविवार को सर्वदलीय बैठक में उपस्थित नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और अन्य नेता
शिकारो में छाया सन्नाटा : अपने अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य और खूबसूरत डलझील के लिए प्रसिद्ध कश्मीर में शिकारा यहां की खास पहचान हैं। झील में तैरते शिकारो की सवारी का लुत्फ उठाने के लिए देश-दुनिया के पर्यटक यहां पहुंचते हैं। सरकार के पर्यटकों को यहां से सुरक्षित निकल जाने के फरमान के बाद रविवार को डल झील में सन्नाटा पसर गया
सरकार की एडवाइजरी के बाद अमरनाथ श्रद्धालु और पर्यटक अपने घरों की ओर रवाना होने लगे हैं। जम्मू रेलवे स्टेशन से रवाना होने रही टाटा मूरी एक्सप्रेस में बैठने के लिए रविवार को भी यात्रियों में लगी होड़।
इस विधेयक पर विरोध दर्शाते हुए पीडीपी सांसदों ने अपने कपड़े फाड़ दिए। वहीं विरोधी दल के सांसद राज्यसभा में जमीन पर बैठ गए। राज्यसभा अध्यक्ष को सदन में मार्शल बुलाने पड़े।