ग्वालियर । भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट के दिन जल्द बहुरने वाले हैं। केंद्र सरकार ने इसे गोद लिया है। अब यहां के संपूर्ण विकास कार्य केंद्र के अधीन होंगे। इसके लिए जल्द एक टीम चित्रकूट आएगी और यहां का जायजा लेकर कराए जाने वाले कामों को सूचीबद्ध करेगी फिर डीपीआर तैयार होगा। बजट स्वीकृत होते ही चित्रकूट का सौंदर्यीकरण शुरू किया जाएगा।
दरसअल, देश के प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों में शामिल चित्रकूट को भारत सरकार ने स्वदेश दर्शन 2.0 योजना में शामिल किया है। वोकल फॉर लोकल थीम के तहत घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से केंद्र यहां खुद विकास कार्य कराएगी, जिसे देखो मेरा देश अभियान नाम दिया गया है। बता दें कि इस योजना में मध्यप्रदेश से चित्रकूट और ग्वालियर के नाम शामिल हैं।
अब आगे क्या
केंद्र सरकार की एक टीम जल्द चित्रकूट का दौरा कर मास्टर प्लान तैयार करेगी। उसके आधार पर डीपीआर तैयार किया जाएगा। उसी के अनुसार सरकार विकास कार्यों के लिए फंड जारी करेगी। इसकी निगरानी के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तर पर डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कमेटी गठित की गई है।
योजना के क्रियान्वयन के लिए एग्रीमेंट
योजना के क्रियान्वयन के लिए केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और जिला प्रशासन के बीच एग्रीमेंट भी हस्ताक्षरित कर लिया गया है।
निखरेगा चित्रकूट का स्वरूप
पर्यटन विभाग के उप सचिव सुनील दुबे ने बताया कि चित्रकूट के विभिन्न धार्मिक और प्राकृतिक महत्व के स्थलों का चयन कर न केवल उनका सौंदर्यीकरण किया जाएगा बल्कि उनका पुनरुद्धार किया जाएगा। साथ ही यहां आसान पहुंच सुनिश्चित करने स्वदेश दर्शन योजना के टूरिस्ट सर्किट से जोड़ा जाएगा। इससे पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। इसके लिए केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और जिला निकाय एकीकृत रूप से काम करेगी।
इनका कहना
सतना जिले के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। इससे चित्रकूट के विकास के नए रास्ते खुलेंगे। घरेलू पर्यटकों को अधिक अवसर प्रदान करने के लिए इस योजना के तहत स्थानीय अर्थव्यवस्था में पर्यटन के योगदान को बढ़ाया जाएगा।
– अनुराग वर्मा, कलेक्टर एवं डीएमसी अध्यक्ष