Breaking
मप्र में गर्मी ने तोड़े रिकार्ड, झाबुआ में सड़क पर पिघलने लगी डामर चाय का नाम सुनते होता है ताजगी का अहसास, जबलपुर के यह स्थान फ्रेंड्स मीटिंग प्वाइंट बन चुके नियम विरुद्ध कॉलोनी काटी तो होगी जेल, कॉलोनाइजर की संपत्ति जब्त कर बैंक खाते भी किए जाएंगे सीज उल्टी दस्त से बड़ागांव के दरी नगारा गांव में एक दर्जन बीमार जबलपुर में 9वीं की छात्रा से कार के अंदर सामूहिक दुष्कर्म, तीन आरोपित गिरफ्तार मतगणना को लेकर सतर्क कांग्रेस, मतदान के प्रपत्र से करवाएगी मिलान सात साल बाद मध्य प्रदेश में फिर हो सकते हैं छात्र संघ के चुनाव शराब के नशे में धुत छिंदवाड़ा के चौरई टीआइ कार के शीशे तोड़कर बोले- थानेदार हूं मैं, मेरा क्या कर लो... यूपी की तरफ चंबल पुल पर तैयार हो रही माइनिंग चौकी, भारी वाहनों के आवागमन की उम्मीद जागी पुणे कार हादसे में मृत आईटी इंजीनियर युवक और युवती मध्य प्रदेश के, हुआ अंतिम संस्कार

अगर आप भी करते हैं फिजूलखर्ची, तो कुंडली में शुक्र की शांति कराना बहुत जरुरी

रायपुर. धन का अतिशय खर्च करना अथवा कंजूसी की हद तक संचय करना आम प्रवृत्ति है. कई बार व्यक्ति मितव्ययी होता है, तो कई बार लोग किसी को कंजूस की श्रेणी में भी रख देते हैं. कंजूसी और मितव्ययीता के बीच एक बारीक अंतर ही है. वर्तमान के आवश्यक खर्चो में कटौती कर बचत की जाती है, तो उसे कंजूसी की श्रेणी में रखा जाता है, लेकिन कमाई से ज्यादा खर्च करना फिजूलखर्ची की श्रेणी में आता है.

गरीब या पिछड़े देशों में भ्रष्टाचार की शुरुआत फिजूल खर्च और विलासी खर्च से होती है. शायद यह बात सारे मानव समाज के लिए सही होगी विलासिता बाजार का यह दबाव है कि लोग अपने वेतनमान से दो गुना दस गुना अधिक उपार्जन करें.

शुक्र भोग विलास के लिए प्रेरित करने वाला ग्रह है और जीवन में खर्च तथा व्यय करने की आदत मतलब धन का व्यय है. अतः खर्च और बचत दोनो को शुक्र से देखना चाहिए. किसी भी कालपुरूष की कुंडली में शुक्र द्वितीय अर्थात् संपत्ति और जमापूंजी तथा सप्तम भाव अर्थात् साथी से देखा जाता है और शुक्र का मूल भाव संसारिक सुख है. अतः शुक्र की कुंडली में स्थिति की गणना महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. शुक्र विपरीत कारक हो या नीच अथवा क्रूर ग्रहों से आक्रांत हो जाए तो व्यक्ति को फिजूलखर्ची की लत होती है और यह फिजूलखर्ची की लत गलत काम करने, झूठ बोलने, रिश्वत लेने, भष्ट्राचार करने को भी प्रेरित कर सकती है.

जरूरत से ज्यादा शौकिन होना भी गलत है. इसके लिए कुंडली में शुक्र की शांति कराना, दुर्गा कवच का पाठ करना, कन्या भोज कराना और हवन करना चाहिए. इसके साथ ही व्यवहार में नियंत्रण हेतु मंत्रजाप करना चाहिए.

मप्र में गर्मी ने तोड़े रिकार्ड, झाबुआ में सड़क पर पिघलने लगी डामर     |     चाय का नाम सुनते होता है ताजगी का अहसास, जबलपुर के यह स्थान फ्रेंड्स मीटिंग प्वाइंट बन चुके     |     नियम विरुद्ध कॉलोनी काटी तो होगी जेल, कॉलोनाइजर की संपत्ति जब्त कर बैंक खाते भी किए जाएंगे सीज     |     उल्टी दस्त से बड़ागांव के दरी नगारा गांव में एक दर्जन बीमार     |     जबलपुर में 9वीं की छात्रा से कार के अंदर सामूहिक दुष्कर्म, तीन आरोपित गिरफ्तार     |     मतगणना को लेकर सतर्क कांग्रेस, मतदान के प्रपत्र से करवाएगी मिलान     |     सात साल बाद मध्य प्रदेश में फिर हो सकते हैं छात्र संघ के चुनाव     |     शराब के नशे में धुत छिंदवाड़ा के चौरई टीआइ कार के शीशे तोड़कर बोले- थानेदार हूं मैं, मेरा क्या कर लोगे     |     यूपी की तरफ चंबल पुल पर तैयार हो रही माइनिंग चौकी, भारी वाहनों के आवागमन की उम्मीद जागी     |     पुणे कार हादसे में मृत आईटी इंजीनियर युवक और युवती मध्य प्रदेश के, हुआ अंतिम संस्कार     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें