ब्रेकिंग
पन्ना के 50 करोड़ के 'हीरे' का राज़ खुला! खनिज अधिकारियों की टीम ने सुलझाया सस्पेंस, क्या था पूरा रह... धार में चमत्कार! रातों-रात अरबपति बना आम शख्स, खाते में आ गई 2800 करोड़ से ज़्यादा की रकम झारखंड में बड़ा स्वास्थ्य घोटाला: थैलेसीमिया पीड़ित 5 बच्चों को चढ़ा HIV संक्रमित ब्लड, रिपोर्ट पॉजि... CM मोहन यादव का तत्काल एक्शन! गंभीर BJP नेता मुकेश चतुर्वेदी को ग्वालियर वेदांता में कराया एयरलिफ्ट,... समाज के लिए आस्था! 8 साल से छठी मैया का व्रत रख रही बलिया की किन्नर, बेहद दिलचस्प है उनके त्याग और भ... असिन के पति हैं ₹1300 करोड़ के मालिक, एक्ट्रेस असिन की संपत्ति जान उड़ जाएंगे आपके होश! रात में बल्ब के पास मंडराने वाले कीटों से हैं परेशान? अपनाएं ये 5 अचूक घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगी राहत हमास से हुआ सीजफायर, फिर क्यों गाजा में अभी भी हमले कर रहा इजराइल? क्रिएटर्स को बड़ी राहत! Reels के दीवानों के लिए आया नया फीचर, अब ये दिक्कत नहीं आएगी सामने वास्तु शास्त्र: भूलकर भी घर की छत पर न रखें ये 5 चीजें, हो सकते हैं कंगाल, तुरंत हटा दें।
मध्यप्रदेश

बुरहानपुर में डीएफओ अनुपम शर्मा का ट्रांसफर रद कराने के लिए वन कर्मचारियों ने निकाली रैली

बुरहानपुर ।   आमतौर पर किसी अधिकारी के स्थानांतरण से विभाग के कर्मचारियों और नागरिकों को कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन बुरहानपुर में इसके विपरीत गुरुवार को डीएफओ अनुपम शर्मा का स्थानांतरण रुकवाने के लिए वन विभाग के कर्मचारियों ने रैली निकालकर मुख्यमंत्री और वन मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन सौंपने के दौरान वन कर्मियों ने कहा है कि 15 दिन में यदि स्थानांतरण नहीं होता तो काम बंद हड़ताल शुरू करेंगे। वन कर्मियों का कहना है कि अल्प समय में ही डीएफओ ने ना सिर्फ अतिक्रमणकारियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की है बल्कि जंगल की अवैध कटाई पर भी रोक लगाई है।

ऐसे कर्तव्यनिष्ठ अफसर को बिना किसी कारण हटा देना अनुचित है। कलेक्ट्रेट परिसर में निकाली गई रैली के दौरान वन कर्मियों ने नारा लगाया कि अफसर हो तो कैसा हो अनुपम शर्मा जैसा हो। ज्ञात हो की मध्य प्रदेश में यह दूसरा मामला है जब किसी अधिकारी का स्थानांतरण रुकवाने लोग सड़कों पर उतरे। इससे पहले वर्ष 2017 में कटनी जिले के पुलिस अधीक्षक आइपीएस गौरव तिवारी का स्थानांतरण रुकवाने सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए थे। तिवारी ने करोड़ों के हवाला कांड की जांच शुरू की थी।

Related Articles

Back to top button