ब्रेकिंग
पन्ना के 50 करोड़ के 'हीरे' का राज़ खुला! खनिज अधिकारियों की टीम ने सुलझाया सस्पेंस, क्या था पूरा रह... धार में चमत्कार! रातों-रात अरबपति बना आम शख्स, खाते में आ गई 2800 करोड़ से ज़्यादा की रकम झारखंड में बड़ा स्वास्थ्य घोटाला: थैलेसीमिया पीड़ित 5 बच्चों को चढ़ा HIV संक्रमित ब्लड, रिपोर्ट पॉजि... CM मोहन यादव का तत्काल एक्शन! गंभीर BJP नेता मुकेश चतुर्वेदी को ग्वालियर वेदांता में कराया एयरलिफ्ट,... समाज के लिए आस्था! 8 साल से छठी मैया का व्रत रख रही बलिया की किन्नर, बेहद दिलचस्प है उनके त्याग और भ... असिन के पति हैं ₹1300 करोड़ के मालिक, एक्ट्रेस असिन की संपत्ति जान उड़ जाएंगे आपके होश! रात में बल्ब के पास मंडराने वाले कीटों से हैं परेशान? अपनाएं ये 5 अचूक घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगी राहत हमास से हुआ सीजफायर, फिर क्यों गाजा में अभी भी हमले कर रहा इजराइल? क्रिएटर्स को बड़ी राहत! Reels के दीवानों के लिए आया नया फीचर, अब ये दिक्कत नहीं आएगी सामने वास्तु शास्त्र: भूलकर भी घर की छत पर न रखें ये 5 चीजें, हो सकते हैं कंगाल, तुरंत हटा दें।
देश

लालू यादव की पार्टी RJD की दिल्‍ली चुनाव में एंट्री, जानें कैसे बढ़ेगी AAP-BJP-Congress की मुश्किल

नई दिल्ली।  Delhi Assembly Election 2020: जनता दल यूनाइटेड (Janta Dal United) के बाद बिहार का एक और राजनीतिक दल दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में ताल ठोकने की तैयारी में है। दरअसल, बिहार की प्रमुख राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशियों को उतारने का फैसला लिया है। इसका एलान राजद के वरिष्ठ नेता और राज्य पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने झारखंड की राजधानी रांची में किया। दिल्ली की 70 में से कितनी सीटों पर राजद चुनाव लड़ेगा? इसका फैसला बाद होगा, लेकिन इससे AAP, भाजपा और कांग्रेस में हलचल जरूर बढ़ गई है।

AAP-कांग्रेस-BJP को होगी परेशानी

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो जनता दल यूनाइटेड के बाद राष्ट्रीय जनता दल के भी दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर लड़ने के फैसले ने दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के साथ कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) की भी मुसीबत बढ़ेगी। इसकी बड़ी वजह है कि बिहार आधारित दोनों दल जदयू और राजद दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल और बिहार के वोटरों के सहारे चुनावी मैदान में उतर रही हैं, तो जाहिर है वोटों को बंटवारा भी होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि इससे भाजपा, कांग्रेस और AAP तीनों दलों को अप्रत्य़क्ष रूप से नुकसान होगा।

22 से अधिक सीटों पर असर डालते हैं पूर्वांचल के वोटर

राजनीति के जानकारों की मानें तो पूर्वांचल और बिहार के वोटर्स दिल्ली की 70 में 22 से अधिक विधानसभा सीटों पर सीधे असर डालते हैं। पूर्वांचल और बिहार के वोटर्स जिस दल को वोट करेंगे वह न केवल जीतता है, बल्कि वह सरकार बनाने तक में कामयाब हो जाता है।

बदलनी पड़ेगी भाजपा-कांग्रेस और AAP को रणनीति

दरअसल, दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी पूर्वांचल और बिहार के वोटर्स के मद्देनजर पहले ही मनोज तिवारी को दिल्ली का भाजपा अध्यक्ष बनाकर बड़ा दांव खेल चुकी हैं। ऐसे में जाहिर है राजद और जदयू के प्रत्याशियों की दिल्ली विधानसभा चुनाव में एंट्री से भाजपा को भी कुछ हद नुकसान होगा।

AAP को भी बनानी होगी रणनीति

बताया जाता है कि 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने में पूर्वांचल और बिहार के वोटर्स का बड़ा योगदान था। यह वजह थी कि दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीत कर आम आदमी पार्टी ने न केवल एक नया इतिहास रचा,बल्कि सरकार भी बनाई।

गौरतलब है कि बुधवार को झाऱखंड की राजधानी रांची में रिम्स के पेइंड वार्ड में भर्ती राजद मुखिया सुप्रीमो लालू प्रसाद से बेटे तेजस्वी यादव ने मुलाकात की।  इसके बाद पत्रकारों से मुलाकात में  तेजस्वी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल अपने प्रत्याशी उतारेगा, लेकिन क्या सभी 70 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे, इसका उत्तर नहीं मिला है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button