उत्तरप्रदेश
दिल लेफ्ट में नहीं सेंटर में, लिवर और फेफड़े भी इधर-उधर… 45 साल बाद खुला शरीर की अनोखी बनावट का राज

उत्तर प्रदेश में झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हाल ही में दो ऐसे मरीज सामने आए हैं, जिनके शरीर की बनावट ने न सिर्फ डॉक्टरों को चौंका दिया, बल्कि मेडिकल साइंस को भी हैरत में डाल दिया. इन मरीजों के शरीर के आंतरिक अंग न सामान्य जगह पर थे, न सामान्य आकार में थे. डॉक्टरों ने इस दुर्लभ स्थिति का नाम हेटेरोटैक्सी सिंड्रोम है.
डॉक्टरों के मुताबिक, यह एक जन्मजात विकृति है जिसमें शरीर के आंतरिक अंग जैसे दिल, लिवर, फेफड़े, तिल्ली और पित्ताशय अपने सामान्य स्थान से इधर-उधर होते हैं. यह पता तब चला, जब 45 साल की उम्र के एक पुरुष और महिला मरीज को पेट दर्द और अपच की शिकायत लेकर जांच कराने मेडिकल कॉलेज पहुंच थे.