ब्रेकिंग
मुजफ्फरपुर में गर्लफ्रेंड से मिलने गया था शूटर… कमरे में घुसे बदमाश और गोलियों से भूना डाला संविधान देश की एकता का आधार, भारत संकटों में भी एकजुट रहा… प्रयागराज में बोले CJI बीआर गवई भारत-पाकिस्तान के बीच पुल की जगह कुश्ती का अखाड़ा बना कश्मीर : मुफ्ती ‘छावा’ के बाद ‘देवी अहिल्याबाई’ मूवी से दिखेगा मराठों का शौर्य… CM फडणवीस का बड़ा ऐलान AAP के लोग कर रहे बीजेपी के काम की तारीफ… केजरीवाल पर मंत्री सिरसा का हमला जहां 3 मंत्री कर रहे थे कार्यक्रम, उसी होटल को बम से उड़ाने की मिली धमकी… जांच में छूटे पसीने इट्स हैपन ओनली इन बिहार! आधी रात को बीच सड़क पर IPS अधिकारी को भूले ड्राइवर और बॉडीगार्ड… जानें क्या... सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली गिरफ्तार, ऑपरेशन सिंदूर पर बनाया था विवादित वीडियो हेट स्पीच मामले में मिली सजा, अब क्या अब्बास अंसारी की जाएगी विधायकी भी? क्या है कानून क्या कोरोना फिर बनेगा बड़ा खतरा? भारत में एक्टिव मामले 3300 के पार, 8 राज्यों में 100 से अधिक केस
देश

कोलकाताः डॉक्टरों की हड़ताल पर बैकफुट पर ममता, मानी सभी मांगें

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि उन्होंने हड़ताली जूनियर डाक्टरों की सभी मांगें मान ली हैं और उन्हें काम पर लौट आना चाहिए। बनर्जी ने यहां नबन्ना में पत्रकारों से कहा,‘‘ हमने उनकी सभी मांगें मान ली हैं और मैंने अपने मंत्रियों और प्रधान सचिव को डाक्टरों से मिलने के लिए भेजा था जिन्होंने कल और आज डाक्टरों से मिलने के लिए पांच घंटों तक इंतजार किया लेकिन वे नहीं आए। आपको संवैधानिक निकायों का सम्मान करना है।”
PunjabKesari
उन्होंने चिकित्सकों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा,‘‘ डाक्टरों पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण है और राज्य सरकार सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। निजी अस्पताल में जो जूनियर डाक्टर भर्ती है, उसके उपचार पर आने वाला सारा खर्च राज्य सरकार ने उठाने का निर्णय लिया है।”

बनर्जी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के पिछले दो दिनों के बयानों को लेकर कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें देश के शेष हिस्सों के बारे में चिंता करनी चाहिए। मख्यमंत्री ने कहा,‘‘ स्वास्थ्य राज्य सरकार का विषय है, ओ के।”मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के पांच दिन बाद भी आवश्यक सेवा संरक्षण कानून (एस्मा) लागू नहीं किया और उन्होंने डॉक्टरों से फौरन ड्यूटी पर लौटने की अपील की। उन्होंने शाम पांच बजे एक बैठक में प्रदर्शनरत डॉक्टरों के ना आने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारे पास कानून है लेकिन हम उनका इस्तेमाल नहीं करना चाहते। हम किसी भी प्रदर्शनरत जूनियर डॉक्टर के खिलाफ और उनका करियर बाधित करने के लिए कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।”एस्मा के तहत रेलवे, हवाईअड्डा और बंदरगाह ऑपरेशन जैसी ‘‘आवश्यक सेवाओं” की लंबी सूची में शामिल कर्मचारियों का हड़ताल पर जाना निषेध है। बनर्जी ने अन्य राज्यों में ऐसी स्थिति में डॉक्टरों के खिलाफ उठाए गए कदमों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की क्योंकि वह उनका करियर बाधित करना नहीं चाहती। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने डॉक्टरों की सभी मांगे मान ली तथा और मांगे मानने के लिए तैयार है लेकिन उन्हें काम पर लौटना चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button