ट्रंप के कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्था वाले बयान को भारत ने किया खारिज, PAK पीएम बोले- मैं चकित हूं

वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्था को लेकर जो बयान दिया था भारत ने उसे सिरे से खारिज कर दिया है। अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि वह डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कश्मीर मुद्दे को हल करने के लिए भारत की ओर से की गई मध्यस्थता की पेशकश से हैरान थे। इमरान खान के मुताबिक इस विषय ने 70 साल से (भारतीय) उपमहाद्वीप को उलझा रखा है।
भारत पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा जनवरी 2016 में पठानकोट में वायु सेना के ठिकाने पर हमले के बाद से पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार नहीं है। भारत ने पहले ही कह दिया है कि वार्ता और आतंक एक साथ नहीं चल सकते।
तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर इमरान ने कहा कि वह भारत की प्रतिक्रिया से आश्चर्यचकित है कि उन्होंने 70 साल पुराने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए ट्रंप से मध्यस्थता की पेशकश की। खान ने अपने दौरे के पहले दिन ट्वीट कर यह बात कही। उन्होंने आगे लिखा कि कश्मीर की पीढ़ियां काफी सालों से इसका नुकसान उठा रही हैं और वह चाहती है कि इस मुद्दे का जल्द से जल्द समाधान हो।
जानकारी के लिए बता दें कि ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में खान से मुलाकात के दौरान कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थ होने की पेशकश की। मुलाकात के दौरान जब इमरान खान ने कश्मीर का मुद्दा उठाया तो डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं, साथ ही साथ उन्होंने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें मध्यस्थता करने को कहा था। हालांकि, ट्रंप खुद ही अपने बयान पर फंस गए क्योंकि, सबसे पहले भारत ने उनके इस बयान को गलत बताया फिर अमेरिकी सांसदों ने भी ट्रंप की आलोचना की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक ट्वीट में कहा था, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है।