नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि ‘डिजिटल इंडिया क्रियान्वयन किसी को भी बाहर छोड़ने (एक्सक्लूजनरी) की प्रक्रिया नहीं है बल्कि यह आम आदमी के फायदे के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी से शासन को चोरी में शामिल लोगों से निपटने की ताकत मिलती है। लेखी ने उन आंकड़ों का उल्लेख भी किया जहां सरकार को प्रौद्योगिकी के माध्यम से बड़ी संख्या में फर्जी खातों का ‘पर्दाफाश’ करने में मदद मिली। इसमें इसतरह के लोग शामिल थे जो पात्र नहीं होने के बावजूद सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे थे।
लेखी ने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी सुशासन को पोषित करता है और यह वंचित लोगों तक पहुंच सुनिश्चित करता है साथ ही चोरी में शामिल लोगों से निपटने की ताकत भी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि भारत के लिये ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और ‘अंत्योदय’ लोगों की सेवा करने के दो महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं जो दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिये भी हैं।
Breaking
रेस्टोरेंट के बाथरूम में खुफिया दरवाजा, 1000 रुपये प्रति घंटा चार्ज…होता था ये गंदा काम
केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर कब आएगा फैसला? सुप्रीम कोर्ट ने बता दी तारीख
मतदाताओं ने गलती की तो राम मंदिर में 'बाबरी' नाम का ताला लग जाएगा'
मोदी के अडानी-अंबानी वाले बयान पर प्रियंका का पलटवार, कहा- राहुल हर दिन अडानी पर बोल रहे हैं...
जंगली हाथियों के झुंड की बना रहे थे वीडियो तभी गजराज ने कर दिया हमला, न्यूज चैनल के कैमरामैन की मौत
जम्मू-कश्मीरः पुंछ में वायुसेना के काफिले पर हमला करने वाले आतंकवादियों की पहली तस्वीर आई सामने
अगले 10-15 वर्षों में भारत से गरीबी पूरी तरह खत्म हो जाएगी : राजनाथ सिंह
बेकाबू हुई ब्लैक स्कॉर्पियो ने दो लोगों को मारी टक्कर, एक की मौत
'पैसे देकर वोट खरीद रही है BJP', ममता बनर्जी बोली- इस बार मोदी जीते तो भविष्य में कोई चुनाव नहीं होग...
जेपी नड्डा और अमित मालवीय की बढ़ी मुश्किलें, बेंगलुरू पुलिस ने विवादित पोस्ट को लेकर जारी किया नोटिस
Next Post