ब्रेकिंग
घर में घुसा बदमाश, युवती पर छिड़का पेट्रोल और… रांची में मचा हड़कंप फार्मासिस्ट बोला- मुझसे शादी करोगी? नर्स भी मान गई, दोनों के बीच बने संबंध… फिर लव स्टोरी का हुआ दर्... कैसा होगा UP का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन? यात्रियों को मिलेंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मनसा देवी भगदड़ में घायल महिला की मौत, इलाज के दौरान तोड़ा दम; मरने वालों की संख्या बढ़ी वीकेंड पर दिल्ली में होगी भयंकर बारिश, जानें अगले 5 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम? ‘2000 आरोपी हैं और 500 गवाह, सुनवाई के लिए स्टेडियम की जरूरत पड़ेगी’, किस केस में सुप्रीम कोर्ट ने क... मोदी ने लिया नाम तो ट्रंप पूरी सच्चाई बोल देगा… राहुल गांधी ने कहा- वो अभी ट्रेड डील में भी दबाएगा लद्दाख: गलवान के चारबाग इलाके में बड़ा हादसा, सेना के वाहन पर गिरी चट्टान, 2 अधिकारी शहीद और 3 गंभीर... सिद्धार्थ मल्होत्रा से भिड़ेंगे सैफ और संजय दत्त, 1 हफ्ते वाला ये प्लान कहीं बिगाड़ न दे ‘परमसुंदरी’... बेन स्टोक्स बाहर, इस खिलाड़ी को बनाया गया कप्तान, ओवल टेस्ट से पहले बड़ा ऐलान
देश

SC के फैसले को किसी की हार-जीत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए: मोदी

नई दिल्ली: अयोध्या भूमि विवाद पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि अदालत के फैसले को किसी की हार या जीत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए । उन्होंने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की भी अपील की। मोदी ने फैसला आने के बाद कई ट्वीट कर कहा, देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

मोदी ने कहा कि यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में आम लोगों के विश्वास को और मजबूत करेगा। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, न्याय के मंदिर (उच्चतम न्यायालय) ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।” मोदी ने देशवासियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की।

उन्होंने कहा, राम भक्ति हो या रहीम भक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारत भक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें। मोदी ने कहा कि हमें भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button