ब्रेकिंग
धनतेरस पर रिकॉर्ड तोड़ खरीदारी: देशभर में हुआ 1 लाख करोड़ का कारोबार, 60 हजार करोड़ का सोना-चांदी खर... फांसी vs इंजेक्शन: मौत की सज़ा का कौन सा तरीका बेहतर? पवन जल्लाद ने बताया- 'निर्भया के दोषियों को लट... करोड़ों का घोटाला! भू-माफिया ने फर्जी दस्तावेज से हड़पी कडाणा विभाग की जमीन, सरकारी संपत्ति को बताया... शिंदे गुट का सीधा वार: श्रीकांत बोले- 'UBT और MNS सिर्फ बयानबाजी करते हैं, मराठियों के नाम पर सिर्फ ... कोलकाता में ED का बड़ा एक्शन: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़े नेटवर्क का खुलासा, मुख्य आरोपी इंदुभ... दिवाली पर खपाने की तैयारी! फरीदाबाद में 222 पेटी अवैध शराब जब्त, गोदाम में टाइल्स के नीचे छिपा रखा थ... धनतेरस पर CM मोहन यादव का तोहफा: किसानों को 'सोलर पंप' की खरीद पर मिली बंपर सब्सिडी, खेती होगी आसान बांके बिहारी का 'खजाना' खुलेगा! धनतेरस पर 54 साल बाद तहखाने का द्वार खुला, गोस्वामी समाज के हंगामे स... बिहार चुनाव का रण! पहले चरण में रिकॉर्डतोड़ ढाई हजार नामांकन, आखिरी 48 घंटों में उम्मीदवारों की लगी ... संसद के करीब बड़ा हादसा! सांसद फ्लैट में लगी भीषण आग, धुआं देख मची अफरा-तफरी, 6 दमकल गाड़ियां मौके प...
महाराष्ट्र

वैज्ञानिक बहू निकली कातिल, जानिए किस तरह परिवार के 5 लोगों की कर दी हत्या

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के एक परिवार की कालित बहू ही निकल। वैज्ञानिक बहू ने अपने पति सहित पांच लोगों की हत्या बड़े वैज्ञानिक तरीके से की, हत्या का तरीका पता लगाने के लिए पुलिस भी चकरघिन्नी बनी रही। वारदात के तरीके का पता चला तो पुलिस सहित सभी के होष उड़ गए। वैज्ञानिक बहू ने लंबी रिसर्च के बाद धीमा जहर देकर 20 दिन के अंदर पति सहित पांच लोगों की हत्या की है। पुलिस ने वैज्ञानिक बहू को हत्या के मामले में अरेस्ट कर लिया है। बहू ने स्वीकार किया कि उसने ही धीमा जहर देकर पति सहित पांच लोगों की हत्या की है।

हत्या से पहले उसने लंबी रिसर्च की

हत्या से पहले उसने लंबी रिसर्च की, ताकि किसी भी व्यक्ति को हत्या का पता न चले और आत्महत्या का मामला माना जाए, लेकिन पुलिस ने हकीकत का पता लगा ही लिया। गढ़चिरौली पुलिस के अनुसार 22 साल की संघमित्रा ने जहरीला पदार्थ ’थैलियम’ देकर हत्या की। उसने ऐसा इसलिए किया, ताकि किसी को शक न हो। इस हत्याकांड को अंजाम देने में बहू संघमित्रा ने एक रिष्तेदार रोजा रामटेके की भी मदद ली है। संघमित्रा ने पुलिस को बताया कि पति और ससुराल वाले उसका उत्पीड़न करते थे, जिससे उसके पिता सहित पूरा मायका पक्ष तनाव में रहता था। मायके पक्ष को परेषान देखकर ही उसने पति सहित सभी पांच लोगों को धीमी मौत मारने की योजना तैयार की।

दरअसल ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान होकर संघमित्रा के पिता ने आत्महत्या कर ली थी, वह इसी का बदला लेने के लिए यह किया है। पांच माह पहले पिता की आत्महत्या के लिए संघमित्रा अपने ससुराल वालों को जिम्मेदार मानती थी। उसने पांच माह रिसर्च किया कि कैसे थैलियम का इस्तेमाल जहर के तौर पर किया जा सकता है। रिसर्च के बाद वह तेलंगाना पहुंची और वहां से जहर खरीदकर लाई थी। 20 सितंबर से 10 अक्टूबर के दौरान संघमित्रा ने रोजा के साथ मिलकर सभी को जहर देकर मार डाला। थैलियम की वजह से जहर खाए लोगों के शरीर और सिर में दर्द होता था। इसके अलावा जीभ में समस्या हो जाती थी और होठ भी काले पड़ जाते थे।

Related Articles

Back to top button