ब्रेकिंग
छठ 2025: इन जिलों में बारिश बिगाड़ सकती है पूजा का रंग, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटरों से छेड़छाड़ का मामला: इंदौर का लिस्टेड बदमाश है अकील, हैरान कर देगा ... जादू-टोना के शक में हैवानियत की हद पार! दो युवकों को रस्सियों से बांधकर पेड़ पर लटकाया और बेरहमी से ... झारखंड में दिल दहलाने वाली वारदात! रात को मेला देख लौट रही 11 साल की बच्ची से गैंगरेप, 4 दरिंदे गिरफ... यमुना में फिसले BJP विधायक रवि नेगी! AAP नेता सौरभ भारद्वाज का तंज- 'मां यमुना बहुत नाराज हैं बिहार में NDA का चौंकाने वाला दाँव! इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन, आखिर क्यों लिया यह बड़ा ... दिल्ली-NCR का मौसम बदलेगा! पश्चिमी विक्षोभ का असर शुरू, 27-28 अक्टूबर को कई इलाकों में हो सकती है बा... ₹10.70 लाख में प्राइम लोकेशन का घर! मुख्तार अंसारी की जमीन पर बने फ्लैटों में पार्किंग-सिक्योरिटी सम... गोल्ड मार्केट में बड़ा उतार-चढ़ाव: रिकॉर्ड ऊंचाई से गिरा सोना, क्या ₹1 लाख के आंकड़े को तोड़कर नीचे ... यात्रियों को मिली राहत: छठ के लिए रेलवे ने चलाई स्पेशल ट्रेनें, होल्डिंग एरिया और CCTV से निगरानी, ल...
विदेश

पाक पहुंचे UN चीफ ने जम्मू-कश्मीर पर की मध्यस्थता की पेशकश, भारत ने दिया करार जवाब

पेशावरः पाकिस्तान की चार दिनों की यात्रा पर पहुंचे संयुक्त राष्ट्र (UN) के प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने जम्मू-कश्मीर को लेकर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की । इस पर भारत ने करारा जवाब देते हुए  कहा कि यह क्षेत्र भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा तथा जिस मुद्दे पर ध्यान देने की सबसे अधिक जरूरत है, वह है पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से और जबरन कब्जा किए गए क्षेत्र का समाधान करना। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई भूमिका नहीं है।

रवीश की यह टिप्पणी संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस की उस टिप्पणी के बाद आई जिसमें उन्होंने जम्मू कश्मीर की स्थिति पर चिंता जताई थी। पाकिस्तान के दौरे पर आए गुतारेस ने कहा कि अगर दोनों देश सहमत हों तो वह मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘भारत की स्थिति बदली नहीं है. जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा। जिस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है, वह पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से और जबरन कब्जा किए गए क्षेत्र का समधान करना, इसके आगे अगर कोई मसला है तो उस पर द्विपक्षीय चर्चा होगी। तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के लिए कोई भूमिका या गुंजाइश नहीं है।

बता दें कि गुतारेस फिलहाल चार दिन की पाकिस्तान यात्रा पर हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से इस्लामाबाद में मुलाकात के बाद गुतारेस ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान जम्मू कश्मीर की स्थिति तथा नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव पर गहरी चिंता जताई थी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के लिए यह महत्वपूर्ण था कि दोनों देश क्षेत्र में सैन्य तनाव कम करें और कश्मीर मसले पर अधिक से अधिक संयम बरतें।

गुतारेस ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र चार्टर एवं सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के अनुरूप समाधान के साथ साथ शांति एवं स्थिरता के लिए कूटनीति एवं संवाद अब भी एकमात्र माध्यम है। उन्होंने कहा कि अगर दोनों देश सहमत हों तो वह मध्यस्थता कराने के लिए तैयार हैं। ’’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button