ब्रेकिंग
शिवपुरी: खाद लेने जा रहे किसानों को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंदा, फतेहपुर चौराहे पर दर्दनाक हादसा, एक की... 50 साल की लंबी कानूनी लड़ाई! जीत के बाद भी श्योपुर की मिथलेश को मिल रही सिर्फ ₹33 पेंशन, न्याय के इं... चक्रवाती तूफान 'मोंथा' ने बदला MP का मौसम! इन 10 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश का अलर्ट, जानें IMD क... संस्कृत बनी बच्चों की भाषा! BAPS के 'मिशन राजीपो' से जुड़े 40,000+ बच्चे, महंत स्वामी महाराज के मार्... उर्दू 'दुनिया की सबसे खूबसूरत भाषा' है: जामिया मिलिया इस्लामिया के स्थापना दिवस पर बोले केंद्रीय मंत... अयोध्या से बड़ी खबर: राम मंदिर को मिला 3000 करोड़ का महादान, 'दानवीर' भक्तों के सम्मान में होगा विशे... दिल्ली में पॉल्यूशन के बीच महंगा हुआ पार्किंग! NDMC ने वसूला दोगुना चार्ज, प्रदूषण कम करने के लिए लि... केवड़िया में दिखेगी देवभूमि की झलक: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने प्रदर्शित होगी उत्तराखंड की मनमोहक झ... महाराष्ट्र में 'एनाकोंडा सरकार'! संजय राउत ने किसान आंदोलन पर बोला हमला, CM बोले- उचित समय पर होगी क... आर्टिफिशियल रेन पर सियासी 'तूफान'! दिल्ली में AAP और BJP के बीच छिड़ा जोरदार 'शब्द संग्राम'
देश

रेड जोन से बाहर हुआ दिल्ली का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट इलाका, यहां पढ़ें पूरी लिस्ट

नई दिल्ली। दिल्ली में एक ओर जहां कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है तो वहीं दूसरी ओर हॉटस्पॉट इलाके घट रहे हैं। दिल्ली सरकार के ऑपरेशन शील्ड को सफलता मिलने का क्रम जारी है। इसके लागू होने के बाद बुधवार को एक और इलाके को हॉटस्पॉट जोन से बाहर कर दिया गया है। इसमें जे एंड के ब्लॉक, एल, एच ब्लॉक दिलशाद गार्डन शामिल है।

पिछले चार सप्ताह में यहां एक भी कोरोना का नया केस सामने नहीं आया है। अब तक 21 सील इलाकों को हॉटस्पॉट जोन से बाहर किया जा चुका है। अब दिल्ली में 79 हॉटस्पॉट जोन हैं। दिल्ली सरकार ने जिला प्रशासन की रिपोर्ट के बाद इसे सील जोन से बाहर करने का फैसला किया है। एक अधिकारी ने कहा कि स्थानीय निवासियों के सहयोग की वजह से ऑपरेशन शील्ड सफल हुआ है।

दिल्ली का सबसे पहला और लॉकडाउन के शुरुआती दिनों का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट इलाका दिलशाद गार्डन ही था। दिलशाद गार्डन के एल और जे एंड के पॉकेट में कोनोरा के छह मरीज मिले थे। यह मरीज अपने पॉकेट के साथ ही एच पॉकेट व पुरानी सीमापुरी के जी, एच व जे ब्लॉक में भी सक्रिय रहे थे। प्रशासन ने 27 मार्च को पूरे इलाके को सील कर दिया दिया था। पांच अप्रैल को यहां दिल्ली सरकार ने ऑपरेशन शील्ड चलाया। कुछ वक्त पहले ही सरकार ने इस इलाके को कोरोना मुक्त घोषित किया था। 46 दिन गुजर जाने के बाद इलाके को रेड जोन से बाहर कर दिया गया। सभी मरीज ठीक हो गए हैं।

प्रशासन ने बताया कि एल पॉकेट में रहने वाली एक महिला 10 मार्च को अपने बेटे के साथ सऊदी अरब से लौटी थीं। कुछ दिन बाद उनकी तबियत खराब होने लगी, उन्होंने पुरानी सीमापुरी में एक निजी क्लीनिक के डॉक्टर को दिखाया। इस निजी क्लीनिक के डॉक्टर मोहनपुरी के मोहल्ला क्लीनिक में भी डॉक्टर हैं। महिला की तबियत ठीक न होने पर वह ईएसआइ अस्पताल गई और अंत में जीटीबी अस्पताल पहुंची। यहां के डॉक्टरों को शक हुआ कि उन्हें कोरोना के लक्षण हैं, इसके बाद उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती करवाया, उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उनकी दोनों बेटियां भी कोरोना पॉजिटिव मिली। जिस निजी क्लीनिक के डॉक्टर ने सबसे पहले महिला का इलाज किया था वह भी कोरोना संक्रमित पाए गए, वह अपने परिवार के साथ दिलशाद गार्डन के जे एंड के पॉकेट में रहते है। डॉक्टर की पत्नी व बेटी का जब टेस्ट हुआ तो वह कोरोना संक्रमित पाई गई। इसके बाद पूरे इलाके को सील किया गया।

जिलाधिकारी संजीव कुुमार व एसडीएम पंकज भटनागर ने बारिकी से निगाह रखी। सऊदी से लौटी महिला 900 लोगों के संपर्क में आई थी, प्रशासन ने इन सभी लोगों को घर मे ही क्वारंटाइन कर दिया। सबकी स्क्री¨नग की गई, 71 लोगों के कोरोना टेस्ट किए। किसी मे कोरोना के लक्षण नहीं मिले।

Related Articles

Back to top button