ब्रेकिंग
जम्मू कश्मीर: आतंक के पीड़ितों को नौकरी देगी सरकार, हेल्प के लिए जारी होगा टोल फ्री नंबर कपल ने ऑटो में फांसी लगा दी जान, गर्लफ्रेंड की हो गई थी सगाई; फिर साथ मरने का किया फैसला हिमाचल में मौसम हुआ खतरनाक, मंडी में बादल फटने से 4 की मौत, 16 लोग लापता; बह गईं सड़कें और घर साइबर ठगों ने विधायक जी को भी नहीं छोड़ा, फॉर्च्यूनर दिखाकर ठग लिए 1.27 लाख पक्की सड़क, Wi-Fi, CCTV और एंबुलेंस! बिहार का ऐसा गांव… जिसे लोगों ने बना दिया स्मार्ट; कतर, इंग्लैं... दिल्ली में सरकार नहीं, फुलेरा की पंचायत चल रही है… AAP के सौरभ भारद्वाज का BJP पर बड़ा हमला कांवड़ यात्रा के लिए फाइनल हो गया रूट, ट्रैफिक डायवर्जन का प्लान भी जारी, कब से होगा लागू? बागेश्वर धाम में पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कैसा मनाया जाएगा बर्थडे… सेलिब्रेशन की तैयारी जोरों पर शरीर पर चोट के निशान, चलती ट्रेन में मिली बेहोश… ललितपुर से 23 जून को लापता हुई थी, एमपी के शाजापुर ... बिहार: पासपोर्ट पाना आसान, अपने इलाके में मोबाइल वैन कैम्प से कैसे लें लाभ?
विदेश

ईरान ने जिब्राल्टर में ब्रिटेन द्वारा पकड़े गए तेल टैंकर को छोड़ने की मांग की, कही ये बात

तेहरान। ईरान ने ब्रिटिश नौसेना द्वारा जिब्राल्टर में उसके तेल टैंकर को पकड़े जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ईरान ने ब्रिटेन से तेल टैंकर को तुरंत छोड़ने की मांग की है। ईरान ने इस मामले में ब्रिटेन पर अमेरिका के दबाव में ऐसा काम करने का आरोप लगाया है।ईरान की ओर से विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ब्रिटिश राजदूत रॉब मैकएयर के साथ बैठक में ब्रिटेन के इस कदम को अस्वीकार्य बताया है। उन्होंने बयान में कहा ‘उन्होंने तेल टैंकर की तत्काल रिहाई का आह्वान किया, यह देखते हुए कि यह अमेरिका के अनुरोध पर जब्त किया गया है।’

बता दें, ब्रिटिश नौसेना और जिब्राल्टर के अधिकारियों ने सीरिया जा रहे एक बड़े तेल टैंकर को पकड़ा है। इस मालवाहक पोत को यूरोपीय यूनियन (ईयू) के प्रतिबंधों की अवहेलना के आरोप में पकड़ा गया है। ईयू ने 2011 से ही सीरिया पर पाबंदी लगा रखी है।

ब्रिटेन के अधिकार क्षेत्र वाले जिब्राल्टर द्वीप के अधिकारी फैबियन पिकार्डो ने बताया कि कच्चे तेल से भरे ग्रेस-1 नाम के इस तेल टैंकर को सीरिया की बनयास रिफाइनरी भेजा जा रहा था। शुरुआती जांच में ग्रेस-1 के मैपिंग डाटा से पता चला कि यह ईरान से चला था। अगर इसकी पुष्टि हुई कि पोत पर लदा कच्चा ईरान का है तो यह एक और कड़े प्रतिबंध का उल्लंघन होगा।

अमेरिका ने ईरान पर तेल निर्यात समेत कई कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। मैपिंग डाटा में यह बात भी सामने आई कि टैंकर ईरान से सबसे सुगम समुद्री मार्ग स्वेज नहर के बजाय अफ्रीका के दक्षिणी छोर होते हुए लंबे रूट के जरिये सीरिया जा रहा था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button