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धरने पर बैठे बस संचालक, शाम को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन

बिलासपुर। बिलासपुर स्थित हाईटेक बस स्टैंड में बस संचालक धरने पर बैठ गए हैं। हालांकि इस दौरान न तो किसी तरह विरोध किया जा रहा है और न नारेबाजी। बसों के परिचालन पर इसका असर नहीं पड़ा। यदि मांग पूरी नहीं होती है तब संचालक बड़े आंदोलन करने की तैयारी कर चुके हैं। इस दौरान बसों के पहिए भी थम जाएंगे।

बसों का किराया 40 प्रतिशत बढ़ाने, के व एम फार्म में छूट एंव चार माह के टैक्स में छूट। इन्हीं तीनों प्रमुख मांगों को लेकर बस संचालक धरने पर बैठे हैं। हाईटेक बस स्टैंड में सुबह 11 बजे से धरना शुरू हो गया है। शाम चार बजे के बाद कलेक्टोरेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।

छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ बिलासपुर संभागीय अध्यक्ष व बिलासपुर निजी बस मालिक संघ के प्रवक्ता एसएल दुबे का कहना है कि धरना सांकेतिक है। इसलिए बिना किसी विरोध व हंगामे के संपन्न् होगा। धरना स्थल पर केवल उन मांगों का बैनर – पोस्टर लगाया है।

जिसके लिए संघ लंबे समय से मांग कर रहा है। हर बार केवल आश्वासन ही मिलता है। पर वह अमल में नहीं आ पाता। उन्होंने बताया कि कोरोना की वजह से बस मालिकों को काफी नुकसान हुआ है। इस व्यवसाय जिन चालक, कर्मचारियों की रोजी – रोटी चलती है।

वह बेचारे बेरोजगार हो गए। अब तक स्थिति नहीं सुधरी है। यही वजह है कि केवल 25 प्रतिशत बसें ही बिलासपुर से चल रही है। अन्य बसों के परिचालन जब तक हालात समान्य नहीं हो जाते हैं मुश्किल है। यदि मांगों को सरकार पूरा कर लेती है तो काफी हद तक राहत मिलेगी। यदि इसके बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तो 13 जुलाई से बसों का परिचालन बंद कर दिया जाएगा। इस पर निर्णय भी हो चुका है।

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