श्री ननकाना साहिब से तैयारियां पूरी, पाक से पहला नगर कीर्तन आज होगा शुरू

अमृतसर: श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित एस.जी.पी.सी. की ओर से श्री ननकाना साहिब पाकिस्तान से पहला अंतर्राष्ट्रीय नगर कीर्तन 1 अगस्त को पूरे जाहौजलाल से आरंभ होगा। बुधवार को एक बैठक ओकाफ बोर्ड के चेयरमैन डा. आमिर अहमद और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सतवंत सिंह और शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल, श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के हैडग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह, दिल्ली कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा, सीनियर अकाली नेता दरबारा सिंह, तख्त पटना साहिब कमेटी के प्रधान अवतार सिंह हित, एस.जी.पी.सी. मुख्य सचिव डा.रूप सिंह के साथ हुई तो भाई लौंगोवाल ने डा. आमिर अहमद को सिरोपा, सोने का विशेष सिक्का व सिरी साहिब से सम्मानित किया।
डा. अहमद और पी.एस.जी.पी.सी. प्रधान ने नगर कीर्तन के प्रबंधों का गुरुद्वारा ननकाना साहिब में जायजा भी लिया और नगर कीर्तन में सहयोग देने के लिए उनका धन्यवाद एस.जी.पी.सी. की ओर से किया गया। भाई लौंगोवाल ने बताया है कि नगर कीर्तन संबंधित सारी तैयारियां मुक्कमल कर ली गई हैं। एस.जी.पी.सी. के उपप्रधान बिकर सिंह चन्नू, कार्यकारणी मैंबर मनजीत सिंह मैंबर राजिंदर सिंह मेहता, गुरमीत सिंह बूह, भगवंत सिंह सिआलिका,अतिरिक्त मैनेजर राजिंदर सिंह रूबी इस बैठक मे मौजूद थे । डा. आमिर अहमद बोले कि एस.जी.पी.सी. का यह अच्छा प्रयत्न है जिसमें पाकिस्तान मे बाबा नानक के 550 साला प्रकाश पर्व को समर्पित नगर कीर्तन को सजाकर भारत लेजाया जा रहा । इससे आपसी सांझ मजबूत होगी । नगर कीर्तन 2 बजे अटारी सीमा पर पहुंचेगा तो संगत द्वारा भारी सख्या मे मौजूद रहकर जोरदार स्वागत करके गुरु साहिब का आर्शीवाद लिया जाएगा ।
गुरुद्वारा ननकाना साहिब मे सजे दीवान
बुधवार को श्री ननकाना साहिब गुरुद्वारा में अमृत वेले आसा दी वार के बाद धार्मिक दीवान सजाए गए । जिसमे सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के सिंह साहिब ज्ञानी मान सिंह ने संगत को श्री गुरु नानक देव जी के जीवन और उनके उपदेशों से जोड़ा। सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के हजूरी रागियों ने गुरबाणी का कीर्तन किया । इस मौके पर बुडढा दल के प्रमुख बाबा बलबीर सिंह, भाई अमरजीत सिंह चावला , भुपिंदर सिंह बलवान, खुखविंदर सिंह भाटिया, जरनैल सिंह डोगरांवाला, शिंगारा सिंह लौहियां, भगवंत सिंह सिआलिका, गुरमीत सिंह बूह, कोर सिंह, बीबी गुरप्रीत कौर, बीबी किरण जोत कौर , बीबी हरजिंदर कौर, बीबी परमजीत कौर लांडरां, गुरुद्वारा ननकाना साहिब के हेडग्रंथी भाई दया सिंह , गुरतेज सिंह ढडे, हरपाल सिंह जल्ला, हीरा सिंह गाबड़िया, सोहन सिंह ठंडल आदि मौजूद थे ।