ब्रेकिंग
"रेबीज वैक्सीन पर ग्लोबल रार": ऑस्ट्रेलिया की 'नकली वैक्सीन' वाली चेतावनी से हड़कंप; भारतीय कंपनी ने... "कश्मीर में दहलाने की साजिश नाकाम": नेशनल हाईवे पर मिला शक्तिशाली IED, सुरक्षाबलों ने टाला बड़ा आतंक... "ठाणे में नजीब मुल्ला का 'शक्ति अवतार'": हजारों समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरे NCP नेता; महानगर पालि... "जेल से लड़ा जाएगा चुनावी रण": पोते के कत्ल के आरोप में बंद महिला को अदालत से मिली 'राहत'; अब ठोकेंग... "दिल्ली में 'ऑपरेशन आघात' से हड़कंप": नए साल से पहले सड़कों पर उतरी पुलिस, एक साथ सैकड़ों अपराधियों ... "लोकतंत्र है या तानाशाही?": राहुल गांधी ने घेरा— "कैबिनेट को अंधेरे में रखकर बदले जा रहे नाम, केंद्र... "मनरेगा पर आर-पार की लड़ाई": खरगे का मोदी सरकार को सीधा चैलेंज, बोले— "गरीबों का हक छीनने नहीं देगी ... "बेगूसराय में 'नकली साहब' का खेल खत्म": डीएसपी बनकर बेरोजगारों को ठग रहा था शातिर, दारोगा बनाने के न... "छपरा में मातम: ठंड से बचने का जतन बना काल": बंद कमरे में अलाव जलाकर सोए थे परिजन, दम घुटने से 4 की ... "पाली में खूनी दामाद का तांडव": तलवार लेकर ससुराल में घुसा शख्स; पत्नी और सास-ससुर को लहूलुहान कर मच...
छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में मिट्टी के 1.75 लाख नमूनों की जांच में 76% में नाइट्रोजन लगभग शून्य

 रायपुर। धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ की धरती अब गंभीर रूप से कुपोषित हो चुकी है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने वर्ष 2024-25 में प्रदेश के 33 जिलों से आए एक लाख 75 हजार 444 मृदा स्वास्थ्य कार्ड का विश्लेषण किया, जिसमें पाया कि कुल नमूनों में से 76.76% में नाइट्रोजन की मात्रा लगभग शून्य है। वहीं 51.8% नमूनों में मिट्टी की जान यानी कार्बन की कमी पाई गई।

वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. राकेश वनवासी नाइट्रोजन की कमी का कारण असंतुलित खेती और कार्बन की कमी को बताते हैं। मिट्टी में पोषक तत्वों को रोककर रखने का काम आर्गेनिक कार्बन (गोबर की खाद/ह्यूमस) करता है। कार्बन खत्म होने से मिट्टी छलनी बन गई है। किसान जो यूरिया डालते हैं, वह मिट्टी में रुकने के बजाय पानी के साथ बहकर जमीन के नीचे चला जाता है या धूप में गैस बनकर उड़ जाता है, इसलिए लाभ कम और नुकसान ज्यादा होता है।

Related Articles

Back to top button