Karnataka Crisis: मुंबई से शिरडी रवाना हुए बागी विधायक, नजरें सुप्रीम कोर्ट के रुख पर

बेंगलुरु/मुंबई। Karnataka political Crisis कर्नाटक में जारी सियासी संकट के बीच मुंबई के होटल में रह रहे कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायक शनिवार को शिरडी के लिए रवाना हो गए। वहीं कांग्रेस-जदएस गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफों से संकट में घिरी कर्नाटक सरकार के मुखिया एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि वह विश्वास मत का सामना करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में नजरें अब विधानसभा अध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट के रुख पर टिकी हुई हैं।
स्पीकर के समक्ष सुनवाई के लिए नहीं पहुंचे बागी विधायक
कांग्रेस-जदएस के तीन बागी विधायक नारायण गौड़ा (जदएस), आनंद सिंह (कांग्रेस) और प्रताप गौड़ा पाटिल (कांग्रेस) निजी सुनवाई के लिए शुक्रवार को स्पीकर के समक्ष पेश नहीं हुए। स्पीकर ने उन्हें शाम तीन से चार बजे के बीच अपने कार्यालय में बुलाया था। विधानसभा में भाजपा की रणनीति के बारे में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा ने कहा कि इसका फैसला विश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने के दौरान सीएम के भाषण के आधार पर होगा।
कुमारस्वामी ने बहुमत साबित करने का किया अनुरोध
विधानसभा का 10 दिवसीय मानसून सत्र शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने शुक्रवार को भाजपा को चौंकाते हुए स्पीकर केआर रमेश कुमार से कहा कि मैं यह साबित करने के लिए विश्वास मत का सामना करने के लिए तैयार हूं। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि सदन में प्रस्ताव पेश करने के लिए आप तारीख और समय तय कर दें। मैं यह फैसला आप पर छोड़ता हूं कि मुङो विश्वास मत हासिल करना चाहिए या अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने यथास्थिति बरकरार रखने के दिए निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने 10 बागी विधायकों के इस्तीफे और अयोग्यता के मामले में मंगलवार तक यथास्थिति कायम रखने के आदेश दिए हैं। यानी इस बीच स्पीकर विधायकों के इस्तीफे और अयोग्यता के लंबित मामले पर कोई फैसला नहीं करेंगे। सुप्रीम कोर्ट मामले पर मंगलवार को फिर सुनवाई करेगा। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, दीपक गुप्ता और अनिरुद्ध बोस की पीठ ने शुक्रवार को कर्नाटक के बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई के बाद उपरोक्त आदेश दिए।
सिद्दरमैया को भरोसा, हासिल कर लेंगे विश्वास मत
स्पीकर रमेश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब मुख्यमंत्री उनसे कहेंगे कि वह विश्वास प्रस्ताव पेश करना चाहते हैं, अगले ही दिन वह उसे कार्यसूची में शामिल कर देंगे। पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्दरमैया ने भरोसा जताया कि कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लेगी। उन्होंने कहा, ‘हमें भरोसा है इसीलिए विश्वास प्रस्ताव पेश कर रहे हैं। भाजपा डरी है क्योंकि वह जानती है कि उनकी पार्टी में कई ब्लैक शीप हैं।’