ब्रेकिंग
डोनाल्ड ट्रंप में चाचा चौधरी जैसे गुण… मनोज झा ने कहा- अमेरिकी राष्ट्रपति को सदी का सबसे बड़ा झूठा क... कहां से लाते हैं ऐसे लेखक… जब सिंदूर ही उजड़ गया फिर ऑपरेशन का नाम सिंदूर क्यों? संसद में जया बच्चन ... मेले से लड़कियों की किडनैपिंग का था प्लान, उठाने आए तो बच्चियों ने कर दिया हमला… ऐसे बचाई खुद की जान बाराबंकी: हाइवे किनारे मिला महिला पुलिसकर्मी का शव, चेहरे पर डाला हुआ था तेजाब… जांच में जुटी पुलिस ‘कोई छिपा हुआ कक्ष नहीं’… जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार पर ASI का बयान, बताया- जीर्णोद्धार में क्या-क्... घर में घुसा बदमाश, युवती पर छिड़का पेट्रोल और… रांची में मचा हड़कंप फार्मासिस्ट बोला- मुझसे शादी करोगी? नर्स भी मान गई, दोनों के बीच बने संबंध… फिर लव स्टोरी का हुआ दर्... कैसा होगा UP का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन? यात्रियों को मिलेंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मनसा देवी भगदड़ में घायल महिला की मौत, इलाज के दौरान तोड़ा दम; मरने वालों की संख्या बढ़ी वीकेंड पर दिल्ली में होगी भयंकर बारिश, जानें अगले 5 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम?
खेल

वर्ल्ड कप फाइनल विवाद के बाद ओवरथ्रो नियम की समीक्षा करेगी MCC

लंदन। क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड कप फाइनल में हुए विवाद के बाद अब ओवरथ्रो नियम की समीक्षा करेगी।

संडे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एमसीसी का मानना है कि ओवरथ्रो नियम की समीक्षा करने का समय आ गया है और अब जब भी क्रिकेट के नियमों की समीक्षा की जाएगी तो उसमें ओवरथ्रो का नियम अवश्य रहेगा। एमसीसी की नियमों की उप समिति नियमों की समीक्षा करती है।

ओवरथ्रो का नियम तब सुर्खियों में आया जब वर्ल्ड कप फाइनल के अंतिम क्षणों में न्यूजीलैंड के मार्टिन गप्टिल के थ्रो पर गेंद रन दौड़ रहे बल्लेबाज बेन स्टोक्स के बैट से टकराकर बाउंड्री के बाहर चला गया था और मेजबान टीम को ओवरथ्रो के चार रन मिल गए थे। अंपायर कुमार धर्मसेना और मरायस इरासमस ने गलती से कुछ 6 रन दे दिए थे जबकि गप्टिल के थ्रो के वक्त स्टोक्स और आदिल रशीद ने एक-दूसरे को क्रॉस नहीं किया था। स्टोक्स ने तुरंत ही दोनों हाथ खड़ेकर कीवी कप्तान केन विलियम्सन से माफी मांग ली थी। इंग्लैंड के टेस्ट क्रिकेटर जेम्स एंडरसन ने बाद में खुलासा किया था कि स्टोक्स ने अंपायर से यह चार रन प्रदान नहीं करने का भी आग्रह किया था लेकिन नियमों के चलते अंपायर ने ऐसा नहीं किया था।

इंग्लैंड को उस समय 3 गेंदों में जीत के लिए 9 रन चाहिए थे और इन 6 रनों की वजह से उसे शेष बची दो गेंदों पर जीत के लिए 3 रन बनाने थे। यह मैच टाई हो गया था और इसके बाद सुपर ओवर में भी स्कोर बराबर रहा। इसके बाद विजेता टीम का फैसला बाउंड्री काउंट के जरिए हुआ था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button