भोपाल व उसके आसपास के इलाकों में भी पडी बौछारें
भोपाल । बीती रात प्रदेश के अनेक क्षेत्रों में तेज हवा और वर्षा के साथ ओले गिरे। कई जिलों में रबी की फसलों को नुकसान होने का अनुमान जताया जा रहा है। प्रदेश के मालवा-निमाड़ के खंडवा और आगर-मालवा क्षेत्र में तेज हवा, वर्षा के साथ ओले गिरे, वहीं शाजापुर, रतलाम, मंदसौर और खरगोन में भी हल्की वर्षा हुई। भोपाल व उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी हल्की बौछारें पडी। कुछ स्थानों पर गेहूं की फसल आड़ी हो गई। इससे फसलों को नुकसान हुआ है और किसान परेशानी में आ गए हैं। खंडवा जिले के गांव मातपुर और कोंडावत में ओलावृष्टि हुई। ग्राम मेंढापानी, दाभिया, लंगोटी और रोशनी में भी जोरदार वर्षा हुई। कोंडावत के किसान तरुण पटेल ने बताया कि गेहूं की फसल आड़ी पड़ गई। कुछ खेतों में रखा गेहूं भीग गया। किसान और उसके परिवार के लोग पानी में भीगे गेहूं को समेटने की मशक्कत करते रहे। रतलाम जिले में कई स्थानों पर बूंदाबांदी भी हुई। वर्षा की संभावना से किसानों की चिंता बढ़ गई है। वर्तमान में कई स्थानों पर गेहूं कटाई का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। गेहूं का दाना काला पड़ेगा कृषि विशेषज्ञ एवं पूर्व संचालक कृषि डा. जीएस कौशल ने बताया कि इस समय वर्षा होने से खेतों में खड़ी सभी फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचने का अनुमान है। गेहूं की फसल सूख चुकी है, पानी लगने से गेहूं का दाना काला पड़ जाएगा। इससे उसकी गुणवत्ता खराब हो जाएगी। सरसों की फसल भी पक चुकी है। इसकी फली भीगने के बाद सूखते ही चटक जाएगी। तेज हवाएं चलने से खड़ी फसल भी खेत में बिछ जाएगी। इससे भी नुकसान होगा। किसानों को जितनी जल्दी संभव हो हार्वेस्टर से फसल कटवाकर सुरक्षित रख लेनी चाहिए।शाजापुर क्षेत्र में शुजालपुर, कालापीपल, कालीसिंध सहित क्षेत्र में बूंदाबांदी का दौर चला। सेमली, घटिया क्षेत्र में कुछ जगह पर तेज हवा के साथ हुई वर्षा से गेहूं की फसल बिछ गई।।