मध्यप्रदेश विधानसभा में बुधवार को वित्त मंत्री के बजट भाषण से पहले कांग्रेस ने हंगामा शुरू कर दिया। प्रदेश की विधानसभा के इतिहास में संभवत: यह ऐसा पहला मौका है। यह कांग्रेस की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा थी। विरोध की शुरुआत कांग्रेस सदस्य सज्जन सिंह वर्मा ने की। इसके बाद पूरे बजट भाषण के दौरान कांग्रेस हंगामा करती रही। कमलनाथ ने कहा- पूरा बजट भाषण झूठ का पुलिंदा है। इसलिए सुना ही नहीं। वहीं CM शिवराज ने कहा-उनका मकसद तो केवल हंगामा करना था। बजट भाषण तो सुना ही नहीं..वित्त मंत्री देवड़ा ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग वित्त निगम के प्रावधान बताना शुरू किया तो कांग्रेस रोजगार दो, रोजगार दो… के नारे लगाने लगी। विपक्ष के सदस्यों ने कहा- एक साल में साढ़े पांच लाख लोग बेरोजगार हो गए। कई बरोजगारों ने जान दे दी। यह कैसा बजट है। इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा- हमारी सरकार का प्रयास है कि प्रदेश का युवा रोजगार मांगने वाला नहीं, रोजगार देने वाला बने। इसके प्रावधान कर रहे हैं। युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की जिम्मेदारी इन वित्त निगमों की होगी। उन्होंने स्वरोजगार के आंकड़े भी बताए। वित्त मंत्री पशुपालन के प्रावधान पढ़ना शुरू किया तो कांग्रेस गौशालाओं में गायों की मौत के आंकड़े गिनाने लगी। कहा- इस निकम्मी सरकार ने गायों की हत्या की है। बजट में करोड़ों रुपए का प्रावधान करते हैं। ये पैसा जाता कहां है?
मध्यप्रदेश बजट-2022-23:सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा, DA 11% बढ़ाकर 31% किया, 13 हजार टीचर्स और 6 हजार आरक्षकों की भर्ती होगी