सवा सौ मुकदमे वाला नक्सली कुंदन पाहन लड़ेगा झारखंड चुनाव, सांसद-मंत्री DSP की हत्या का संगीन आरोप

रांची। नक्सली कुंदन पाहन को झारखंड विधानसभा चुनाव लडऩे की इजाजत मिल गई है। एनआइए कोर्ट ने इसकी मंजूरी दे दी है। सोमवार को एनआइए की विशेष अदालत में कोर्ट ने कुंदन पाहन को चुनाव लडऩे की अनुमति दी। कोर्ट ने नॉमिनेशन के लिए 15 नवंबर की तिथि तय की है। कुंदन पाहन ने तमाड़ से विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए एनआइए कोर्ट में आवेदन दिया था।
इस पर सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश नवनीत कुमार की अदालत ने चुनाव लडऩे की इजाजत दे दी। सरेंडर करने के बाद से हजारीबाग के ओपन जेल में बंद कुंदन पाहन तमाड़ विधानसभा चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहा है। कुंदन पर हत्या, डकैती सहित करीब सवा सौ मुकदमे चल रहे हैं। इससे पूर्व बाहुबली राजा पीटर ने कोर्ट से चुनाव लडऩे की इजाजत मांगी थी। राजा पीटर 12 नवंबर को नॉमिनेशन फाइल करेंगे।
बता दें कि तमाड़ के पूर्व विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड का मुख्य आरोपित कुंदन पाहन है। कुख्यात कुंदन पाहन ने 14 मई 2017 को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। आत्मसमर्पण के वक्त वह नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के झारखंड रीजनल कमेटी का सचिव था और 15 लाख का इनामी था। आत्मसमर्पण के समय उसपर रखे गए 15 लाख रुपये के इनाम का चेक उसे दे दिया गया था।
कुंदन पाहन पर डीएसपी, इंस्पेक्टर की हत्या समेत 127 आपराधिक मामले थे। इनमें खूंटी में 50, रांची में 42, चाईबासा में 27, सरायकेला में 7 व गुमला में एक कांड दर्ज है। 2000 में नेपाल के पीएम पुष्पकमल दहाल उर्फ प्रचंड ने उसके साथ बोकारो जिले के झुमरा पहाड़ पर ट्रेनिंग ली थी। कुंदन ने बताया था कि उसे वेस्ट बंगाल के टॉप माओवादी नेता मनीष दा, किशन जी, भास्कर दा उर्फ मिसिर बेसरा और नंदलाल ने झुमरा पहाड़ पर युद्ध का प्रशिक्षण दिया था।
वह 2000 में भाकपा माओवादी संगठन का सदस्य बना था। इसके बाद उसने ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दिया। सांसद सुनील महतो, पूर्व मंत्री और विधायक रमेश सिंह मुंडा, बुंडू डीएसपी प्रमोद कुमार सहित छह पुलिसकर्मी और स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या का आरोप कुंदन पर है। इतना ही नहीं, एक निजी बैंक के पांच करोड़ रुपये व एक किलो सोना लूटने में भी कुंदन पाहन आरोपित बना था।