15 घंटे पहले हुई थी प्लानिंग, हथियार लेकर आए, भाई बन गए एक-दूसरे के खून के प्यासे… केंद्रीय मंत्री के भांजे की हत्या की कहानी
भागलपुर के नवगछिया में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के भांजों में हुई गोलीबारी की घटना में नई जानकारी सामने आई है. घटना से 15 घंटे पहले ही हत्या की साजिश रची गई थी. जमीन विवाद के चलते विश्वजीत और जयजीत में विवाद हुआ, जिसमें विश्वजीत ने जयजीत को गोली मार दी और बाद में जयजीत ने भी विश्वजीत को गोली मार दी. इस घटना में विश्वजीत की मौत हो गई, जबकि जयजीत घायल है. उनकी मां भी गोली लगने से घायल हुई हैं.
जानकारी के मुताबिक, विवाद और हत्या की पटकथा घटना से 15 घंटे पहले लिखी गई थी. मंत्री नित्यानंद राय के छोटे भांजे विश्वजित और जयजीत में वर्षों से जमीन और घर बंटवारा का विवाद था. बुधवार की रात भी दोनों में विवाद हुआ था. इस बीच विश्वजीत ने अपनी पत्नी को बताया था कि ‘वह हथियार ले आया है, जयजीत को गोली मार देंगे, नहीं तो वह मुझे मार देगा.’ इसपर विश्वजीत की पत्नी निशा देवी ने उन्हें समझाया कि तीन महीने बाद वह अलग हो ही जायेंगे तो क्यों गोली मारना. लेकिन विश्वजीत गोली मारने पर अड़ा था. उसने कहा, ‘ठीक है मैं छोड़ देता हूं, लेकिन वह मुझे मार देगा तो तुम पछताती रहना.’
नल से पानी भरने पर हुआ विवाद
बताया यह भी जा रहा है कि गुरुवार सुबह विश्वजित और जयजीत की पत्नियो में नल से पानी भरने को लेकर विवाद हुआ. यह विवाद दोनों भाईयों तक पहुंच गया. घटना में पहले विश्वजीत ने जयजीत के जबड़े में गोली मार दी, इसके बाद जयजीत ने विश्वजीत के सीने में गोली मार दी. विश्वजीत की मौत मौके पर हो गई. वहीं, जयजीत अभी पटना में अस्पताल में जिंदगी मौत से जूझ रहा है. घटना में उनकी मां मीना देवी के हाथ मे गोली लगी है, उनका भी भागलपुर में अस्पताल में इलाज चल रहा है.
सवालों से बचते नजर आए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय
घटना के बाद शुक्रवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय अपनी बहन के घर पहुंचे. उन्होंने परिजनों से मुलाकात की. इस बीच वह मीडियाकर्मियों से बचते नजर आए. सर्किट हाउस में कुछ देर रुकने के बाद वह सामने के निकास से निकले और गाड़ी में जा बैठे. उन्होंने गाड़ी का शीशा लगवाया. इस बीच मीडियाकर्मी उनसे सवाल करते रहे, लेकिन उन्होंने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया. उनकी गाड़ी तेजी से आगे की ओर बढ़ गई. मीडिया कर्मियों ने उनसे पूछा कि आखिरकार अवैध हथियार आपके घर में कहां से आए, इसकी जानकारी पुलिस और आपको क्यों नहीं थी? लेकिन उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं मिला.