पीएम मोदी को ‘नीच’ कहते रहे दानिश अली, बिधूड़ी के बयान पर विवाद के बीच भाजपा सांसद का बड़ा दावा

नई दिल्ली : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता और लोकसभा सांसद दानिश अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘नीच’ कहने के आरोपों को निराधर बताया है। भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी के द्वारा संसद में गाली देने के मुद्दे के बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि दानिश अली पीएम मोदी को कई बार ‘नीच’ कहते आए हैं।
बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा कि, ‘बीजेपी की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को 48 घंटे बैठकर चर्चा करने के बाद कम से कम उचित आरोप लगाने चाहिए थे दानिश अली इतने गिरे हुए नहीं हैं कि प्रधानमंत्री के बारे में ऐसी टिप्पणी करेंगे…ये आरोप निराधार हैं।’
बीजेपी-आरएसएस में दी जाती है झूठ बोलने की ट्रेनिंग
दानिश अली ने आगे कहा कि, ‘मैं उन्हें गंभीरता से नहीं लेता क्योंकि बीजेपी-आरएसएस में यही ट्रेनिंग दी जाती है कि झूठ को 100 बार बोलो और उसे सच जैसा दिखाओ।”
दानिल अली ने कहा कि, ‘आज भाजपा के कुछ नेता एक नैरेटिव चलाने का प्रयास कर रहे हैं कि संसद में मैंने रमेश बिधूड़ी को भड़कया, जबकि सच्चाई यह है कि मैंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को बचाने का काम किया और सभापति जी को मोदी जी से संबंधित घोर आपत्तिजनक शब्दों को सदन की कार्रवाई से हटाने की मांग की थी।’
आज भाजपा के कुछ नेता एक नैरेटिव चलाने का प्रयास कर रहे हैं कि संसद में मैंने श्री रमेश बिदूरी को भड़कया, जबकि सच्चाई यह है कि मैंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को बचाने का काम किया और सभापति जी को मोदी जी से संबंधित घोर आपत्तिजनक शब्दों को सदन की कार्रवाई से हटाने की माँग की थी।
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का कहना है कि, ‘संसद में रमेश बिधूड़ी द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द स्वीकार्य नहीं हैं। जब यह सब हुआ तब मैं संसद में मौजूद था। बीएसपी सांसद दानिश अली पीएम मोदी को ‘नीच’ कहते रहे मैंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखकर दानिश अली की टिप्पणी और उस दिन चर्चा के दौरान सौगात रॉय और अन्य के भाषणों सहित विभिन्न सदस्यों द्वारा की गई बातों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है।’
निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि, ‘हमें इसकी आवश्यकता है समझें कि दानिश अली जैसे लोग और कांग्रेस, डीएमके और टीएमसी के कुछ नेता आदतन अपराधी हैं और वे भाजपा सांसदों को उकसाने के लिए अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं।’