LAC पर हिंसक झड़प में चीन का कमांडिंग ऑफिसर ढेर, दुश्मन ने फिर अलापा झूठ का राग

नई दिल्ली।लद्दाख सीमा पर गलवन घाटी के पास चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में चीन को भारी नुकसान हुआ है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि सीमा पर हुई इस झड़प में चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की संभावना है। एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि सीमा पर हुई हिंसक झड़प में चीनी सेना की यूनिट का कमांडिंग अफसर ढेर हुआ है।
इस बीच चीन ने एक बार फिर से भारत पर उल्टा दोष मढ़ने की कोशिश की है। चीन ने अपना पुराना चरित्र दिखाते हुए भारत पर बॉर्डर प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। चीन ने एकबार फिर झूठ का राग अलापने की कोशिश की है। भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक की । इस अहम बैठक के बाद राजनाथ ने हिंसक झड़प में शहीद जवानों को याद करते हुए कहा है कि देश उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरी भावनाएं सैनिकों के परिवार वालों के साथ हैं। हमें भारत के बहादुरों की बहादुरी और साहस पर गर्व है
India-China Border Tension News LIVE Updates:
– लद्दाख के गलवन घाटी में चीन के साथ हुई हिंसक झड़प में भारत की ओर से शहीद हुए 20 जवानों के नाम सामने आए हैं।
– समाचार एजेंसी एएनआइ ने सेना के सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि 15-16 जून को अपने सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद तनाव की स्थिति को कम करने के लिए गलवन घाटी में भारत और चीन के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता आयोजित की गई।
-लद्दाख से नवीनतम दृश्य: लेट स्थित आर्मी अस्पताल में गलवन घाटी में चीनी सैनिकों से झड़प के दौरान शहीद हुए जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की गई। इलाके में चॉपर की आवाजाही भी दिखी।
#WATCH Wreath laying of Indian Army soldiers, who lost their lives in #GalwanValley clash, performed at Army Hospital in Leh; latest visuals from Ladakh pic.twitter.com/aJomFr7Pxr
— ANI (@ANI) June 17, 2020
– भारत-चीन सीमा की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को शाम 5 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री कार्यालय(पीएमओ) की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लेंगे।
– लद्दाख सीमा पर गलवन घाटी में हुई झड़प पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन चीनी पक्ष से हम और अधिक झड़पों को नहीं देखना चाहते हैं।
– गलवन घाटी में हुए संघर्ष पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि हम(भारत और चीन) राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत कर रहे हैं। इसका सही और गलत होना बहुत स्पष्ट है। यह घटना LAC के चीनी पक्ष पर हुई और चीन इसके लिए दोषी नहीं है।
– लद्दाख सीमा पर हुई हिंसक झड़प को लेकर चीन की ओर से प्रतिक्रिया आई है। चीन ने एक बार फिर से भारत पर उल्टा दोष मढ़ने की कोशिश की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा है कि गलवन घाटी क्षेत्र की संप्रभुता हमेशा चीन से संबंधित रही है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा है कि हम भारत से उनके सीमावर्ती सैनिकों को सख्ती से अनुशासित करने, उल्लंघन और उकसावे वाली गतिविधि को एक बार में रोकने, चीन के साथ काम करने और बातचीत और बातचीत के माध्यम से मतभेदों को सुलझाने के सही रास्ते पर वापस आने के लिए कहा है।
– चीनी मामलों के जानकार श्रीकांत कोंडापल्ली ने कहा है कि गलवन नदी घाटी में 15 जून की रात की घटना आत्मविश्वास-निर्माण के उपायों की विफलता को दर्शाती है जो हमारे भारत और चीन के बीच है। ये 1993, 1996 और 2013 के समझौतों में विकसित किए गए थे।
– समाचार एजेंसी पीटीआइ ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीनी सेना की ओर से 35 लोग मारे और घायल हुए हैं।
– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि गलवन घाटी में सैनिकों का नुकसान गहरा, परेशान करने वाला और दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने कर्तव्य की राह में अनुकरणीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में अपने जीवन का बलिदान दिया। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरी भावनाएं सैनिकों के परिवार वालों के साथ हैं। राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारत के बहादुरों की बहादुरी और साहस पर गर्व है।
दिल्ली में पुलिस ने स्वदेशी जागरण मंच के सदस्यों और कुछ पूर्व सैनिकों को हिरासत में लिया है। ये सभी लोग भारत में चीनी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
– भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर हुई हिंसक झड़प पर बोलते हुए ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा है कि इस तरह की चीजें डराने वाली है। ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा हम भारत और चीन को सीमा से जुड़े मुद्दों पर बातचीत से हल निकालने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हिंसा किसी के हित में नहीं है।
– समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले जानकारी दी है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीनों सेना प्रमुखों(सेना, नौसेना और वायु सेना) और रक्षा कर्मचारियों के प्रमुखों के साथ एक बैठक की है। उन्होंने मौजूदा स्थिति पर भी विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बात की है।
– समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि लद्दाख की गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प में मारे गए चीनी सैनिकों में चीनी यूनिट का कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल है।
– समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जो सैनिक फेस-ऑफ का हिस्सा थे, उन्होंने चीनी हताहतों की संख्या के बारे में बताया। यद्यपि मारे गए और घायल दोनों हताहतों की सही संख्या बताना मुश्किल है। संख्या 40 से अधिक होने का अनुमान है।
– समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है इसका आकलन हिंसक झड़प वाली जगह से निकाले गए चीनी सैनिकों की सख्या और उसके बाद गलवन नदी के किनारे ट्रैक पर एंबुलेंस वाहनों की संख्या पर आधारित है। इसके साथ ही उस इलाके में चीनी हेलिकॉप्टरों की आवाजाही भी तेज हुई।
– लद्दाख में गलवन नदी के पास भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि यह आकलन किया गया है कि 15-16 जून की रात को हुई हिंसक झड़प में चीन को भारी संख्या में हताहतों की संख्या का सामना करना पड़ा है।
– समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि सोमवार शाम चीनी सैनिकों के साथ लद्दाख की गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद फिलहाल चार भारतीय सैनिकों की हालत गंभीर है।
अमेरिका ने दी पहली प्रतिक्रिया
भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने कहा है कि वह लद्दाख सीमा पर जारी इस तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) के पास भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। भारतीय सेना ने कल एक बयान जारी कर बताया था कि गलवन घाटी के पास 20 जवान शहीद हुए हैं, हम उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि भारत और चीन दोनों ने डी-एस्केलेट करने की इच्छा व्यक्त की है और हम वर्तमान स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि 2 जून को अपनी टेलीफोनिक बातचीत के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर चर्चा की थी।
अमेरिकी मीडिया का बयान
इस बीच अमेरिकी मीडिया के अनुसार, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने भारतीय सेना के जवानों के साथ आमने-सामने की लड़ाई में उलझकर भारतीय सैनिकों को उकसाया है। 15 जून की देर शाम और रात को हुई हिंसक झड़प चीनी सैनिकों द्वारा डी-एस्केलेशन के दौरान यथास्थिति को एकतरफा बदलने के प्रयास का नतीजा है। वॉशिंगटन एग्जामिनर में एक ओपिनियन पीस में लिखा गया है कि चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए।
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में गलवन घाटी के पास चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए।इनमें एक कमांडिंग अफसर भी शामिल हैं। इस झड़प में चीन को भी काफी नुकसान हुआ है। भारतीय सेना की ओर से गलवन घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुई झड़प में 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है। उधर, सूत्रों के अनुसार चीनी पक्ष के 43 सैनिकों के ढेर होने की बात कही गई है। हालांकि, इस बात की किसी भी पक्ष ने पुष्टि नहीं की है।
घटनाक्रम-
गश्त संबंधी समझौते के पेट्रोलिंग बिंदु 14 का पालन कराने के लिए 16 बिहार रेजीमेंट की टुकड़ी मौके पर गई।
सहमति के अनुसार चीन की टुकड़ी को वर्तमान स्थिति से पांच किलोमीटर पीछे चौकी नंबर 1 तक लौटना था।
पीछे लौट रहे चीनी सैनिकों ने शाम घिरने पर अंधेरे का फायदा उठाया और पलट कर भारतीय टुकड़ी पर हमला बोल दिया जो ठीक उनके पीछे थी।
चीनी सैनिकों ने भारतीय कमांडिंग अफसर संतोष बाबू व दो सैनिकों को राड और डंडे मारकर बुरी तरह घायल कर दिया।
अपने कमांडिंग अफसर व साथियों को लहूलुहान देख भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों पर जबर्दस्त हमला बोल दिया।
घंटों चले इस खूनी संघर्ष में राड, डंडे, लात व घूंसे का प्रयोग हुआ लेकिन एक भी गोली नहीं चली।
आधी रात को संघर्ष जब किसी तरह थमा दोनों पक्षों से बड़ी संख्या में लोग हताहत हो चुके थे