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PMO ने मनमोहन सिंह के कार्यालय का स्टाफ घटाया, ठुकराई ये अपील

लोकसभा चुनाव में एक बार फिर जनता का दिल जीतकर देश के प्रदानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी बने हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के ऑफिस के 14 सदस्यीय स्टाफ को बरकरार रखने की अपील ठुकरा दी है। पिछले महीने केंद्र सरकार के मंत्रियों की शपथ ग्रहण से चार दिन पहले 26 मई, 2019 को इन कर्मचारियों की संख्या पांच तक सीमित कर दी थी।  इसमें 2 पर्सनल असिसटेंट, 1 लोअर डिवीजन क्लर्क और 2 चपरासी शामिल हैं। 26 मई को पीएमओ की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इसकी जानकारी दी गई।

मनमोहन सिंह के कार्यालय के करीबी सूत्रों के अनुसार, पूर्व पीएम ने 2 फरवरी को प्रधान सचिव को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उनके ऑफिस स्टाफ का कार्यकाल पांच साल और बढ़ाने की गुजारिश की गई थी। सूत्र के मुताबिक, प्रधान सचिव की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद मनमोहन सिंह ने 18 मार्च को फिर से पीएमओ को एक चिट्ठी लिखी।  उन्होंने 25 मई को चुनाव परिणाम के बाद इस ऑफिस में गृह मंत्रालय से एक आदेश प्राप्त किया कि वह सिर्फ पांच स्टाफ ही रख सकते हैं। वैसे ऐसा पहली बार है जब पूर्व प्रधानमंत्री के स्टाफ में नियम से इतर जाकर कटौती की गई है। पिछली सरकारों ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, पीवी नरसिम्हा राव और आईके गुजराल के पूरे स्टाफ का कार्यकाल बढ़ाया था। लेकिन मनमोहन सिंह के केस में ऐसा नहीं किया गया।

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