अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध चिश्ती की दरगाह में अब रात में इबादत करने के लिए स्थान तय

अजमेर। अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में अब रात के समय इबादत करने के लिए पांच स्थान तय किए है। अब खादिम और अकीदतमंद रात के समय दरगाह में इन पांच तय स्थानों पर ही इबादत कर सकेंगे। अब तक दरगाह में कहीं भी बैठकर इबादत की जा सकती थी।
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष आमीन पठान ने बताया कि रात 11 से सुबह 4 बजे तक दरगाह परिसर में अहाता-ए-नूर, पांयती गेट, जन्नती दरवाजा, शाहजहानी मस्जिद और संदल खाना मस्जिद में ही इबादत की जा सकेगी। इन पांच स्थानों के अलावा अन्य किसी स्थान पर बैठना,रात्रि विश्राम व अन्य कार्य करना बंद रहेगा।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से शिकायत मिल रही थी कि रात्रि के समय दरगाह परिसर में असामाजिक तत्व सक्रिय रहते है। इस कारण सुरक्षा के लिहाज से यह निर्णय लिया गया है। दरगाह परिसर में 24 घंटे सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे। उल्लेखनीय है कि दरगाह में देश-दुनिया से लोग जियारत करने के लिए आते है।
दरगाह प्रबंध कमेटी ने लगाईं पाबंदिया
अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में रात के समय इबादत करने वाले खादिम समुदाय और अकीदतमंदों पर अनेक पाबंदियां लगा दी हैं। अब सम्पूर्ण दरगाह परिसर और परिसर के अंदर बनी अकबरी मस्जिद में भी अकीदतमंद रात के समय इबादत नहीं कर सकेंगे। दरगाह का प्रबंध संभाल रही कमेटी ने इबादत के लिए दरगाह परिसर में स्थान सुनिश्चित किए हैं।
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान ने बताया कि दरगाह परिसर में धार्मिक भावनाओं में ही रात भर बैठकर इबादत करते हैं। लेकिन अब ऐसे जायरीन को निश्चित स्थान पर बैठकर ही इबादत करनी होगी।