डोनाल्ड ट्रंप करेंगे इमरान खान से मुलाकात, इन अहम मुद्दों पर हाेंगी चर्चा

वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले सप्ताह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से 22 जुलाई काे मुलाकात करेंगे और इस दौरान वह आतंकवादियों तथा आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने और अफगानिस्तान में तालिबान के साथ शांति वार्ता में मदद देने पर जोर देंगे।एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने शुव्रवार को बताया कि ट्रंप जेल में बंद डॉक्टर शकील अफरीदी की रिहाई की भी मांग करेंगे। अफरीदी ने ओसामा बिन लादेन का पता बताने में सीआईए की मदद की थी।
क्रिकेटर से नेता बने 66 वर्षीय खान का सोमवार को ट्रंप के ओवल कार्यालय में उनसे मुलाकात करने का कार्यक्रम है। करीब चार साल में किसी पाकिस्तानी नेता की यह पहली मुलाकात है। आखिरी बार अक्टूबर 2015 में नवाज शरीफ ने अमेरिका की यात्रा की थी। वह ट्रंप के निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा कर रहे हैं और प्रशासन उनका गर्मजोशी से स्वागत करने की तैयारी कर रहा है।
हालांकि, यात्रा के मद्देनजर एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सुरक्षा मदद को तब तक हटाने से इनकार कर दिया जब तक वह आतंकवादियों और आतंकवादी समूहों के खिलाफ सतत, निर्णायक और ठोस कार्रवाई नहीं करता। अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जैसा कि आप जानते हैं कि हमने जनवरी 2018 में पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता रोक दी और अभी तक इस रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
उन्होंने एक कांफ्रेंस कॉल के दौरान पत्रकारों से कहा कि इस यात्रा का मकसद अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया में आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तान से ठोस सहयोग चाहना और पाकिस्तान को उसके क्षेत्र में आतंकवादियों पर हाल की कार्रवाई के प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रेरित करना है। अधिकारी ने कहा कि खान को व्हाइट हाउस आने का निमंत्रण देकर अमेरिका, पाकिस्तान को यह संदेश देना चाहता है कि अगर पाकिस्तान आतंकवादियों के संबंध में अपनी ‘‘नीतियों को बदलता’’ है तो संबंधों को सुधारने और चिरस्थायी साझेदारी बनाने के वास्ते दरवाजा खुला है।
इमरान खान की यात्रा अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया में मदद देने के लिए पाकिस्तान को तालिबान पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करने का अवसर है। अधिकारी ने बताया कि दोनों नेता आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, रक्षा, ऊर्जा और उद्योग समेत कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। साथ ही, बैठक के दौरान शकील अफरीदी को रिहा करने के मुद्दे पर भी चर्चा होगी।
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह राष्ट्रपति और अमेरिकी लोगों के लिए बेहद अहम मुद्दा है। मुझे लगता है कि पाकिस्तान की जेल में अन्यायपूर्ण रुप से बंद डा. अफरीदी को रिहा करके पाकिस्तान क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अपने नेतृत्व की भूमिका का प्रदर्शन कर सकता है। अमेरिका का राष्ट्रपति निर्वाचित होने से पहले ट्रंप ने अपने प्रचार अभियान के दौरान कहा था कि वह पाकिस्तान से 2 मिनट के भीतर अफरीदी को रिहा करा देंगे। अफरीदी ने साल 2011 में अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का पता बताने में सीआईए की मदद की थी। उन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और अब वह पाकिस्तान की जेल में बंद हैं।