देश में पहले भी खत्म की गईं सामाजिक कुरीतियां: नकवी

नई दिल्ली। संसद का सत्र सरकार के लिए आज बेहद महत्वपूर्ण है। लोकसभा में तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) पर चर्चा हो रही है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अपने सांसदों को संसद में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। सरकार की सहयोगी जेडीयू भी बिल के खिलाफ खड़ी हो गई है। मई में अपना दूसरा कार्यभार संभालने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार ने संसद सत्र के पहले ही दिन इस विधेयक का मसौदा पेश किया था। चर्चा के बाद बिल को पारित किए जाने की संभावना है।
– एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने तीन तलाक बिल का विरोध किया। जेडीयू नेता ललन सिंह ने कहा कि विवादास्पद मुद्दों पर उनकी पार्टी एनडीए के साथ नहीं है।
– आप इस गलतफहमी में न रहें कि तीन तलाक बिल राज्यसभा में पास नहीं हो पाएगा। यह बिल ऊपरी सदन में भी पास होगाः मुख्तार अब्बास नकवी
– तीन तलाक पर चर्चा के दौरान मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ये देश इस बात का गवाह है कि सती प्रथा, बाल विवाह खत्म किया गया है। कुछ लोग चाहते हुए भी समर्थन नहीं करेंगे। क्योंकि उन्हें लगेगा कि इससे वोट बैंक खिसक जाएगा। कई इस्लामिक देशों में इसपर रोक लगा दी है।
– डीएमके सांसद कनिमोझी ने तीन तलाक बिल का विरोध करते हुए कहा कि महिला आरक्षण बिल को लेकर सरकार ने कुछ नहीं किया है, महिलाओं के हक पर बात करने से पहले उस बिल को लागू कीजिए। तीन तलाक बिल खास समुदाय को टारगेट बनाने के लिए लाया गया है।
– लोकसभा में तीन तलाक के पक्ष में बोलते हुए भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जब हिन्दू कोर्ट बिल लाया गया तब यही बातें हो रहीं थी कि धर्म बंट जाएगा, यही बातें तब भी हुईं। हिन्दू कोर्ट बिल को लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका नेहरू जी की भी थी
– लोकसभा में RSP ने तीन तलाक बिल का विरोध करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने संसद को कानून बनाने के लिए कहा था, सरकार अगर मुसलमान पीड़ित महिलाओं को बचाना चाहती है तो मॉब लिंचिंग पर भी बात करे, महिलाओं के न्याय पर बात करना चाहती है तो सबरीमाला पर भी बात करे। जिस पर कानून बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी है।
– कानून मंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 इस्लामिक देशों ने तीन तलाक को बैन किया है तो भारत क्यों नहीं कर सकता। तीन तलाक के सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश से आए हैं, उन्होंने कार्रवाई की है। बाकि राज्य भी करें, महिलाओं के लिए आगे बढ़ें।
– यह मामला न तो धर्म का है, न जाति का है, न वोट का है। यह मामला सिर्फ और सिर्फ नारी न्याय का है। मैं सदन से आग्रह करूंगा कि ध्वनि मत से इसे पारित करें ताकि इस देश की महिलाओं को न्याय मिले: रविशंकर प्रसाद
– रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोर्ट की कड़ी टिप्पणी और कानून के बाद भी तीन तलाक के मामले रुके नहीं है। कोर्ट के फैसेल के बाद भी तीन सौ से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
– लोकसभा में तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) पर चर्चा शुरू हो गई है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद तीन तलाक बिल पर बोल रहे हैं।
– सपा सांसद एसटी हसन के कहा कि मैं ट्रिपल तालाक बिल के खिलाफ हूं। सरकार को किसी भी धर्म के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक मुसलमान 3 साल और कई दूसरा व्यक्ति 1 साल के लिए जेल जाएगा, क्या यह न्याय है?
– लोकसभा में खेल मंत्री किरेन रिजिजू से पूछा गया कि भारत 2020 में होने वाले ओलंपिक में कितने पदक जीत सकता है। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हम ओलंपिक के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और हमारे देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए हम काफी अच्छी संख्या में एथलीट्स को भेजेंगे। कोई यह अनुमान नहीं लगा सकता कि हम कितने मेडल जीतेंगे।
– एमडीएमके नेता वायको ने राज्यसभा सांसद के तौर पर शपथ ग्रहण की।
– कांग्रेस सांसद के सुरेश ने लोकसभा में सोनभद्र (यूपी) में आदिवासियों और दलितों के खिलाफ अपराध में वृद्धि पर स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।
– भारतीय जनता पार्टी की सांसद सरोज पांडे, अजय प्रताप सिंह ने ‘एक देश-एक चुनाव’ और ‘जनसंख्या वृद्धि और उससे जुड़ी समस्याओं पर’ पर राज्ससभा में जीरो आवर नोटिस दिया।
– एनसीपी सांसद वंदना चव्हाण ने राज्यसभा में देशभर के स्कूलों में कक्षा 1 में प्रवेश की उम्र संबंधी विसंगतियां को लेकर जीरो आवर नोटिस दिया है।
संसद के मौजूदा सत्र को दस दिनों के लिए बढ़ाने की सरकार की पूरी तैयारी को देखते हुए विपक्षी पार्टियों ने इसी अनुरूप अपनी साझा रणनीति बनाई है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में विपक्षी दलों के नेताओं की अलग-अलग बैठक में अहम मुद्दों पर अपने दलों की एकजुटता और समन्वय पर जोर दिया गया।